हनुमान अष्टमी के पहले नौ दिवसीय अखंड रामायण का पाठ
उज्जैन। वर्ष में एक बार केवल उज्जैन में ही हनुमान अष्टमी का पर्व मनाया जाता है। बाबा हनुमान की भक्ति में भक्त लीन हो जाते है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन हनुमान ने अपने भक्तों को दर्शन देने और उनके कष्टों को हरने के लिए उज्जैन में रहने का वचन दिया है।
इसलिए उज्जैन के प्रत्येक हनुमान मंदिरों पर शृंगार पूजन एवं प्रसाद वितरण कर हनुमान भक्तों के द्वारा यह पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार हनुमान अष्टमी पर्व 4 जनवरी को मनाया जाएगा। लिहाजा हनुमान मंदिरों में धार्मिक आयोजन शुरू हो गए है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर स्थित श्री बाल विजय मस्त हनुमान मंदिर के पुजारी सुलभ शांतु गुरु ने बताया कि बाल हनुमान मंदिर पर नौ दिवसीय श्री हनुमान अष्टमी महोत्सव के रूप में बनाया जा रहा है। जिसकी शुरुआत बुधवार से हो गई है। हनुमान जी का श्रृंगार करने के बाद दोपहर 2 बजे श्री रामचरित मानस की पौथी का पूजन कर नौ दिवसीय अखण्ड रामायण पाठ का शुभारंभ किया गया। प्रतिदिन संध्या में श्री हनुमान के भक्ति के भजनों से आराधना की जाएगी। मुख्य आयोजन 3 जनवरी को होगा।
इस दिन बाल हनुमान का भव्य व दिव्य शृंगार होगा। अगले दिन हनुमान अष्टमी पर्व पर प्रात: 9 बजे मंगला आरती होगी। जिसमें बेसन से बने लड्डुओं का भोग लगाकर प्रसाद वितरण किया जाएगा। दोपहर दो बजे पूर्णाहूति होगी व संध्या 7 बजे मुख्य आरती होगी। इसके बाद महाप्रसादी का आयोजन रहेगा।