वैध की 34 कॉलोनियां, अफसरों की लापरवाही से 7 अभी भी अवैध जैसी ही, यहां रजिस्ट्री नहीं हो पा रही
चुनाव से पहले भाजपा सरकार ने शहर की 34 कॉलोनियों को अवैध से वैध करने का बड़ा कार्ड खेला। इसका भाजपा को फायदा भी मिला लेकिन सबकुछ इतना जल्दबाजी में हुआ कि निगम का एक पत्र 34 में से 7 कॉलोनियों के रहवासियों की मुश्किल बढ़ा दी है, क्योंकि निगम ने जून 2022 में पंजीयन विभाग को एक पत्र लिखकर कहा था कि शहर की 59 कॉलोनियों में रजिस्ट्री न की जाए, क्योंकि यह अवैध है। अवैध से वैध हुई 34 काॅलोनियों में से 7 भी इनमें शामिल हैं।
इन कॉलोनियों में रहने वाले दीपक सैनी, उमेश परचिया ने बताया कि निगम के अफसरों को कई बार अवगत कराया कि कॉलोनी वैध हो गई है तो रजिस्ट्री क्यों नहीं कर रहे। अफसर हमेशा आश्वासन देते हैं कि रिकाॅर्ड दिखवा रहे हैं लेकिन समाधान के लिए कोई अफसर जिम्मेदारी नहीं उठा रहा है। ऐसी ही एक कॉलोनी मोहननगर क्षेत्र के पार्षद और एमआईसी सदस्य शिवेंद्र तिवारी ने बताया कि अभी पता चला है कि इन कॉलोनियों में रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है।
अफसरों से पता किया तो सामने आया कि 23 जून 2022 को निगम की तरफ से पंजीयन विभाग को एक पत्र लिखा गया था, जिसमें 59 कॉलोनियों को अवैध मानते हुए यहां रजिस्ट्री पर रोक लगाने की बात कही गई थी लेकिन अब अगर यह वैध हो गई है तो इनमें रजिस्ट्री भी होना चाहिए। अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं। जल्द ही समस्या का समाधान भी हो जाएगा।