महापौर ने किया गोशाला का निरीक्षण
1200 गायों की क्षमता वाली जिले की सबसे बड़ी कपिला गोशाला की व्यवस्थाओं का जायजा लेने महापौर मुकेश टटवाल पहुंचे। महापौर ने यहां अव्यवस्था पर कर्मचारियों पर नाराजगी जताई और उन्हें दुरुस्त करने के निर्देश दिए। कर्मचारियों ने बताया कि बारिश के दिनों में यहां कीचड़ हो जाता है और गोबर रखने का भी स्थान नहीं है। गोशाला में गड्ढे करके गोबर को डालना पड़ता है। बारिश के दिनों में गोशाला में बदबू फैल जाती है और चारों तरफ कीचड़ हो जाता है।
महापौर ने अपने मद से 35 लाख और निगम मद से 15 लाख, कुल 50 लाख के काम कराने के निर्देश दिए। इनमें गोबर को इकट्ठा करने के लिए अलग से निर्माण किया जाएगा और पूरी गोशाला में सीमेंट-कांक्रीट किया जाएगा, ताकि बारिश के दिनों में कीचड़ की स्थिति न बने। यहां सबसे बड़ी समस्या डॉक्टर की है। स्थाई व्यवस्था नहीं होने पर गायों के लिए इलाज के लिए पशु चिकित्सालय से डॉक्टर को बुलाना पड़ता है।
कई बार डॉक्टर उपलब्ध नहीं होने पर गायों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। महापौर ने इस संबंध में आयुक्त को पत्र लिखा कि यहां स्थाई डॉक्टर की नियुक्ति की जाए। भले ही संविदा पर डॉक्टर को क्यों न रखना पड़े। महापौर ने कहा कि यहां गायों की संख्या काफी ज्यादा है। उनकी देखभाल के लिए स्टाफ काम कर रहा है लेकिन डॉक्टर नहीं होने पर परेशानी आती है। यहां डॉक्टर की व्यवस्था की जाएगी।