मध्यप्रदेश में पहली बार पंचकल्याणक महोत्सव में गजरथ निकाला
दशहरा मैदान में 09 दिसम्बर से 15 दिसम्बर तक आयोजित किया जा रहा पंचकल्याणक महोत्सव में शुक्रवार को गजरथ निकला, विश्व शांति महायज्ञ, सुख समृद्धि कामना महायज्ञ एवं अन्य कई आयोजनों के साथ दशहरा मैदान पर यह आयोजन बीते 6 दिनों से भव्य रूप से हो रहा था। समापन में दो हाथियों ने रथ को खींचा जिसमें बड़ी संख्या में समाज जन शामिल हुए।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए सचिव व मीडिया प्रभारी सचिन कासलीवाल ने बताया कि सबसे महत्वपूर्ण आयोजन गजरथ महोत्सव का आयोजित हुआ जिसमें हजारों की संख्या में लोग सम्मिलित हुए। मध्य प्रदेश के दशहरा मैदान में इस प्रकार का गुजरथ महोत्सव पहली बार आयोजित हुआ। जिस रथ को हाथी ने खींचा उसी रथ पर भगवान विराजित हुए। समाजजन रथ पर बैठें , गजरथ ने दशहरा मैदान पंडाल के सात चक्कर लगाएगा यह अद्भुत नजारा देखने के लिए देश भर से लोग दशहरा मैदान पहुंचे थे।
पंचकल्याणक महोत्सव में निकाला गया गजरथ जिस रथ को हाथी से खींचा जाता है उसे रथ को गजरथ कहते हैं। पंचकल्याणक महोत्सव के समापन के साथ ही भगवान को विराजित कर गजरथ महोत्सव बनाया गया। गजरथ के हाथी को विशेष रूप से राजस्थान से तो एक रथ ललितपुर से आया है तो दो रथ रैली पटना से लाया गया है गजरथ ने दशहरा मैदान में पंचकल्याण पंडाल के सत चक्कर लगाए रथ के साथ दो अन्य रथ भी चल रहे थे। महाराज सुप्रभ सागर जी एवं प्रणत सागर जी महाराज जी के सानिध्य में संपूर्ण आयोजन आयोजित किया गया। सुबह प्रातः सर्वप्रथम भगवान का मोक्ष कल्याणक हुआ तत्पश्चात संपूर्ण प्रतिमा के पांचो कल्याणक पूरे हुए जिसे प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव भी कहा जा सकता है। उसी के बाद संपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया। पंचकल्याणक महोत्सव विशेष रूप से सुप्रभ सागर जी महाराज एवं एवं प्रणत सागर जी महाराज के सानिध्य में संपन्न हुआ।