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किंवदंती कि यहां कोई दूसरा राजा रात नहीं रुकता


उज्जैन में किंवदंती है कि उज्जैन में कोई दूसरा राजा रात नहीं रुक सकता। महाकालेश्वर को यहां का महाराजा माना जाता है। ऐसे में प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री के यहां रात्रि विश्राम से बचते हैं। वे इंदौर, देवास में रात्रि विश्राम करते हैं। महाकाल के पुजारी रमण त्रिवेदी का कहना है कि डॉ. यादव उज्जैन में सीएम नहीं महाकाल के सेवक के रूप में रहेंगे। उनके यहां रात्रि विश्राम को लेकर कोई परेशानी नहीं आएगी, क्योंकि वे यहीं के निवासी हैं।

महेश पुजारी के अनुसार उज्जैन डॉ. यादव की जन्म स्थली है। ऐसे में वे बाबा के भक्त हैं। वे यहां सीएम के रूप में रात्रि विश्राम नहीं सकते लेकिन महाकाल के भक्त के रूप में वे यहां रुक सकते हैं। महाकाल के पुजारी पंडित प्रदीप गुरु का कहना है कि डॉ. मोहन यादव यहीं के निवासी हैं। उन्हें यहां कि परंपरा और िकंवदंतियों के बारे में सबकुछ पता है। वे स्वयं जानते हैं कि उन्हें क्या करना है क्या नहीं।

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