योग की परीक्षा थी, विभाग के ताले ही नही खुले
विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा दर्शनशास्त्र अध्ययनशाला में संचालित एमए योगा पाठ्यक्रम के लिए मंगलवार 28 नवंबर को सीसीए की परीक्षा आयोजित की थी। परीक्षा के लिए सभी विद्यार्थियों को सुबह 10:30 बजे परीक्षा केंद्र अध्ययनशाला पहुंचना था। तय समय पर परीक्षार्थी यहां पहुंचे तो अध्ययनशाला के ताले ही नही खुले थे। विद्यार्थी परेशान होते रहे। बाद में शिकायत के बाद विभाग के ताले तो खुल गए, लेकिन विभागाध्यक्ष ने दो शिक्षकों को नोटिस जारी कर लापरवाही के लिए जवाब मांगा है।
विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा दर्शनशास्त्र अध्ययनशाला में एमए योगा पाठ्यक्रम संचालित किया जाता है। यहां पढऩे वाले विद्यार्थियों को सूचना दी गई थी कि 28 नवंबर मंगलवार को सुबह 10:30 बजे पाठ्यक्रम की सीसीए परीक्षा आयोजित होना है। निर्धारित समय पर परीक्षार्थी विभाग में उपस्थित रहें। अध्ययनरत सभी परीक्षार्थी सुबह 10:30 बजे के पहले ही यहां उपस्थित हो गए थे, किंतु निर्धारित समय के बाद भी विभाग के ताले नही खुले। इस दौरान जिले के अन्य क्षेत्रों से आए परीक्षार्थी परेशान होते रहे। बाद में इसकी सूचना विभाग के अध्यक्ष प्रो.एसके मिश्रा को दी गई। इसके बाद विभाग के ताले खुले और परीक्षार्थियों की परीक्षा हो सकी।
मामले को लेकर जब योग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. एसके मिश्रा से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी चुनाव कार्य में लगी है। वहीं अन्य लोगों ने भी विभाग की चाबी लेना उचित नहीं समझा। जानकारी मिलने के बाद विभाग के ताले खुलवाकर परीक्षा कराई गई है।
इस तरह की लापरवाही के मामले को गंभीरता से लेकर विभाग में कार्य करने वाले अतिथि विद्वान डॉ. आलोक गोयल और डॉ. बिंदु सिंह पवांर को नोटिस जारी कर दो दिन में जवाब मांगा है। इधर कुलपति प्रो.अखिलेश कुमार पांडे ने चर्चा में कहा कि वे फिलहाल भोपाल प्रवास पर है। लौटने के बाद इस संबंध में जानकारी लेने के बाद ही इस तरह की लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।