आधी रात को होगा हरि-हर मिलन
शनिवार रात को सृष्टि की सत्ता के हस्तांतरण का अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। रात करीब 11 बजे भगवान महाकाल की सवारी निकाली जाएगी, जो 12 बजे गोपाल मंदिर पहुंचेगी। यहां बाबा महाकाल सृष्टि का कार्यभार भगवान विष्णु को साैंपेंगे। यह परंपरा दोनों देवताओं की माला बदलकर निभाई जाएगी। इसे हरि-हर मिलन भी कहते हैं।
पौराणिक मान्यता के अनुसार, देवशयनी एकादशी से देवउठनी एकादशी तक जगत के पालनकर्ता माने जाने वाले भगवान विष्णु पाताल लोक में राजा बलि के यहां विश्राम करने जाते हैं, इसलिए चार महीने तक संपूर्ण सृष्टि का भार भगवान शिव के पास होता है।