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उज्जैन में फांसी लगाकर अपनी जान देने वाले 10वीं के स्टूडेंट को लेकर नया खुलासा


उज्जैन में फांसी लगाकर अपनी जान देने वाले 10वीं के स्टूडेंट को लेकर नया खुलासा हुआ है। जांच में पता चला है कि उसे लड़कियों की तरह सजने का शौक था। उसने सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो भी अपलोड किए थे। जिसके चलते वह ट्रोल होने लगा था।

बुधवार को देवास रोड स्थित डिवाइन सिटी कॉलोनी में प्रियांशु (16) पिता राजेंद्र यादव का शव उसके घर में फंदे पर लटका मिला था। वह उज्जैन पब्लिक स्कूल में 10वीं का छात्र था। घटना के वक्त वह घर में अकेला था। सोशल मीडिया पर डाले वीडियो-फोटो नागझिरी थाना प्रभारी केएस गेहलोत ने बताया कि फिलहाल घटना का स्पष्ट कारण नहीं पता चल पाया है। छात्र के मोबाइल की जांच की जा रही है। सोशल मीडिया पर छात्र के मेकअप करते, उंगलियों पर नेल पॉलिश लगाते, लड़कियों की तरह ज्वैलरी और कपड़े पहनते कई वीडियो और फोटो पोस्ट मिले हैं। छात्र को लड़कियों की तरह सजने-संवरने का शौक था। उसने हाथ में टैटू भी बनवाए थे।

मेकअप का कोर्स कर रहा था प्रियांशु

पुलिस के मुताबिक ये पता चला है कि छात्र मेकअप का कोर्स भी कर रहा था। वह अच्छा मेकअप आर्टिस्ट भी था। प्रियांशु ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा था- मेकअप एंथिसिस्ट, ब्यूटी, इन्फ्लूऐंसर, स्किन केयर, फैशन। इसी कारण वह मेकअप करते हुए फोटो-वीडियो अपलोड करता रहता था। जिस पर कई लोगों ने भद्दे कमेंट्स भी किए थे। हालांकि सुसाइड के सही कारणों का पता नहीं चल पाया है।

3 साल पहले मां-पिता का हो चुका तलाक

जांच में पता चला कि प्रियांशु की मां प्रीति यादव और पिता राजेंद्र का करीब तीन साल पहले तलाक हो चुका है। राजेंद्र सांवेर ‎की होटल में मैनेजर हैं, जबकि प्रीति यादव पेशे से एमआर (मेडिकल रिप्रजेंटेटिव) हैं। घटना के वक्त वह ड्यूटी पर गई थीं।

पुलिस ने बताया कि मौके से छात्र का मोबाइल जब्त किया है। इसमें सोशल अकाउंट, चैटिंग समेत जिनसे भी बातचीत हुई होगी, उसकी जांच की जा रही है। फिलहाल परिवार के लोग कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं हैं।

प्रियांशु की मां ने बताया कि रोज की तरह ही बेटे से बातचीत हुई थी। बुधवार को वह स्कूल भी नहीं गया था। पुलिस ने पड़ोसियों के भी बयान लिए हैं। पता चला कि प्रियांशु अक्सर कॉलोनी में बच्चों के साथ ही क्रिकेट खेलता था। तनाव या किसी परेशानी के बारे में पता नहीं चला। दोस्त भी कुछ नहीं बता पा रहे हैं।

एक्सपर्ट बोले- ये एक तरह का मानसिक रोग

इस मामले में गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल के सायकेट्री डिपार्टमेंट के रिटायर प्रोफेसर डॉ. आरएन साहू ने बताया कि यह एक तरह का मानसिक रोग है। इस बीमारी में लड़का लड़की की तरह और लड़की, लड़के की तरह कपड़े पहनते हैं। इसे मेडिकल की भाषा में ट्रांसवेस्टेजिज्म कहते हैं। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति में ट्रांससेक्सुअलिज्म नामक बीमारी की भी जांच होना चाहिए।

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