11 दिन 264 घंटे के बाद तय होगा किसकी सरकार और कौन होगा विधायक
मध्य प्रदेश में होने वाले विधायक चुनावों का 11 दिन 264 घंटे के बाद तय होगा किसकी सरकार और कौन होगा विधायक । इस बार के चुनाव में भाजपा और कांग्रेस ने अपनी शक्ति को पूरे दम से दिखाया है।
सालों से सत्ता के लिए वनवास काट रही कांग्रेस ने इस बार सत्ता के लिए पूरा जोर लगाया है। उनके नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सत्ता होने के बाद कांग्रेस के विकास कार्यो को वादों को की कमी के कारण कांग्रेस को बाय-बाय कहकर भाजपा के साथ हाथ मिलाया था और जन्म हुआ था फिर से भाजपा की सरकार का इसके बाद शिवराज सिंह चौहान द्वारा चलाई जा रही सरकार ने अपनी योजनाओं के माध्यम से गरीबों और किसानों के लिए काम किया है। लाड़ली बहना योजना ने भी अपने तरीके से राजनीतिक संग्राम में भूमिका निभाई है। कांग्रेस ने भी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से वोटर्स को प्रतिबद्ध किया है, जैसे कि 1500 रुपये देने का वादा किया है। ग्रामीण क्षेत्रों में चर्चा और उत्साह से भरी वोटिंग भी हुयी है। इस बार के चुनाव के परिणाम 3 दिसंबर को सामने आएंगे और सार्वजनिक जनता के द्वारा चयनित नेता का चेहरा उज्जैन के लिए प्रदेश के लिए तय होगा।