पालकी में विराजित भगवान महाकालेश्वर के स्वरूप को सलामी दी गई
मंदिर के सभामंडप में शाम 4 बजे विधिवत पूजन-अर्चन के बाद महाकाल के स्वरूप को पालकी में विराजमान किया गया । मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में विराजित भगवान महाकालेश्वर के स्वरूप को सलामी दी गई । इसके अलावा पुलिस बैंड पर भजन गूंजें। सवारी मंदिर से शाम 4 बजे पूजन के बाद महाकाल घाटी, गुदरी चौराहा, बक्षीबाजार चौराहा, कहारवाड़ी, हरसिद्धी पाल से शिप्रा तट पर पंहुची । घाट पर पूजन-अर्चन के बाद सवारी रामानुजकोट, बंबई वाले की धर्मशाला, गणगौर दरवाजा, खाती समाज का जगदीश मंदिर, श्री सत्यनारायण मंदिर, कमरी मार्ग, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाज़ार, गुदरी चौराहा, कोट मोहल्ला, महाकाल चौराहा होते हुए मंदिर परिसर पंहुची । हरिहर मिलन की सवारी 25 नवंबर को निकाली जाएगी।