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पोलिंग बूथ से बिना वोटिंग के लौटे मतदाता


विधानसभा चुनाव के पहले से उज्जैन में शासन प्रशासन अधिक से अधिक मतदान कराने के लिए मतदान की अपील कर रही है। ऐसे में कुछ क्षेत्र में वोटर लिस्ट में नाम नहीं होने का मामला भी सामने आया है। जिसमें मतदाताओं के नाम ही वोटर लिस्ट से गायब हो गए। ये मतदाता सालों से एक ही स्थान पर रहते हुए वोट करते आ रहे है।

विधानसभा चुनाव में मतदाता सूची अपडेट होने के बावजूद विसंगति सामने आई है। सालों से जो मतदाता वोट देते आ रहे है उनके नाम भी इस बार के वोटर लिस्ट से नहीं है। लिस्ट में नाम नहीं होने के कारण मतदान केंद्र तक पहुंचे मतदाता बिना मतदान किए वापस लौट आए। शुक्रवार को सुबह से शुरू हुई वोटिंग की प्रक्रिया में कई मतदान केंद्रो से शिकायत मिली कि मतदाता सूची में मतदाताओं के नाम गायब हैं।

यह मामला दक्षिण विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 217 के पोलिंग बूथ क्रमांक 125 विद्यानगर कम्युनिटीहॉल की है। जहां कई मतदाता मतदान से वंचित रह गए। लाल बहादुर शास्त्री मार्ग हाथीपुरा क्षेत्र में रहने वाले शंकर सिंह पिता भीकन सिंह यादव और उनकी पत्नी आशाबाई यादव का नाम वोटर लिस्ट में नहीं मिला। जबकि उनके बेटे और बहू का नाम वोटर लिस्ट में शामिल है। शंकर सिंह ने बताया कि विगत 40 वर्षों से एक ही स्थान पर मतदान करते हुए आ रहे हैं। 2018 में हुए चुनाव के दौरान भी उन्होंने मतदान किया था। लेकिन इस बार दोनों पति-पत्नी का नाम मतदाता सूची से गायब कर दिया गया।

इसी तरह क्षेत्र में रहने वाले राजूबाई पति मांगीलाल का नाम भी नहीं है। वहीं इसी क्षेत्र में रहने वाली आरती यादव ने बताया कि उनके परिवार में 8 सदस्यों में से सात सदस्यों के नाम सूची में है। लेकिन एक नाम नीलू पति अनिल यादव का नाम नहीं है। ये लोग मतदान केंद्र से बिना मतदान के वापस आए। क्षेत्र में ही रहने वाले ऋतिक, रजत और रागिनी यादव तीनों के नाम भी सूची से गायब है। एक ही क्षेत्र से कई लोगों के नाम मतदाता सूची से गायब होने के पीछे बीएलओ की लापरवाही होना बताया जा रहा है।

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