अस्पताल आने वाले 50 प्रतिशत बच्चे फीवर का शिकार
वर्तमान में बड़ी संख्या में बच्चों में सर्दी, खांसी, बुखार के साथ एलर्जी के मामले सामने आ रहे हैं। अधिकांश बच्चे वायरल संक्रमण का शिकार हो रहे हैं। वायरल फीवर के साथ ही बच्चों में निमोनिया, डायरिया, टाइफाइड और कभी-कभी डिसेंट्री के मामले भी सामने आ रहे हैं। रोजाना जिला अस्पताल ओपीडी में आने वाले मरीजों में 200 से भी ज्यादा बच्चों की संख्या है।
जिला अस्पताल ही नहीं प्राइवेट अस्पतालों में भी मरीजों की भीड़ लगी हुई है। लोग त्योहार होने पर भी अस्पतालों के चक्कर काट रहे हैं। शिशु रोग के विभागाध्यक्ष एवं विशेषज्ञ डॉ. यूपीएस मालवीय ने बताया कि बीमार बच्चों में 50 प्रतिशत वायरल फीवर के केस आ रहे हैं। हर साल मौसम के कारण होने वाले खांसी-जुकाम को ठीक होने में 4 से 5 दिन लगते थे, लेकिन इस बार लगभग 12 से 15 दिन लग रहे हैं। इसका मुख्य कारण वातावरण प्रदूषित होना है। डॉ. मालवीय ने बताया बीमारियों से बचने के लिए सावधानी बरतना जरूरी है।