हरियाली पर कुल्हाड़ी
हरियाली पर कुल्हाड़ी चलाए जाने से रोका जा सकता है। ट्रांसप्लांट प्रक्रिया अपनाकर ऐसा किया जाना संभव है, जिसमें करीब 100 साल पुराने पेड़ों को भी ट्रांसप्लांट कर नया जीवन दिया जा सकता है। एक साल में पेड़ फिर से ग्रोथ करने लग जाएंगे। फ्रीगंज के समीप राजस्व कॉलोनी में दो गार्डन में करीब 64 पेड़-पौधे हैं। निर्माण एजेंसी हाउसिंग बोर्ड दोनों गार्डन को खत्म कर केवल 17 पेड़ को ही ट्रांसप्लांट किया जा रहा है, बाकी के पेड़ को काटा जाएगा। इसमें से एक पेड़ को रविवार को काट कर गिरा दिया गया, जिसको लेकर एक्सपर्ट का कहना है कि पेड़-पौधों को काटे जाने की बजाए उन्हें ट्रांसप्लांट कर बचाया जा सकता है।
इसमें बड़ा सवाल यह है कि हाउसिंग बोर्ड ने जो मल्टी का डेवलपमेंट प्लान बनाया है, उसमें राजस्व कॉलोनी के दो पुराने गार्डन को खत्म कर मल्टी का निर्माण कार्य होगा और कॉलोनी की दूसरी जगह पर दो नए गार्डन बनाए जाएंगे। प्लान में बदलाव कर भी पुराने गार्डन को बचाया जा सकता है या पेड़ व पौधे को ट्रांसप्लांट कर कटने से बचाया जा सकता है। पर्यावरण संरक्षण समिति व रहवासी भी पेड़ों को काटे जाने से बचाने के लिए आगे आ चुके हैं। कॉलोनी में करीब 103 पेड़ हैं। यहां पर स्थित दो गार्डन में ही करीब 64 पेड़-पौधे हैं, जिनमें से केवल 17 को ही ट्रांसप्लांट किया जाएगा और के पेड़-पोधों को काटा जाएगा।