महामंडलेश्वर ज्ञानदास का शिप्रा शुद्धिकरण उपवास का 5 नवंबर को 1 वर्ष पूरा होगा - शिप्रा का अभिषेक करेंगे, जो शिप्रा को शुद्ध करेगा इस बार उसी को वोट
उज्जैन। दादू राम आश्रम सदावल रोड के पीठाधीश्वर एवं निर्मोही अखाड़े के महामंडलेश्वर ज्ञानदास महाराज ने गुरुवार को कहा कि जो मां शिप्रा को शुद्ध करने का संकल्प लेकर काम करने की घोषणा करेगा वे और उज्जैन में उनसे जुड़े साधु-संत उन्हीं को वोट करेंगे।
ज्ञानदास जी महाराज को शासन-प्रशासन से शिप्रा शुद्धिकरण की मांग करते आगामी 5 नवंबर को एक वर्ष पूरा होने जा रहा है। शिप्रा के लिए वे उपवास कर रहे हैं तथा चरण पादूका तक त्याग रखी है। महाराज ने बताया कि सबसे पहले उन्होंने 16 नवंबर 2021 को शिप्रा के लिए आंदोलन की शुरुआत की थी। उस समय अन्न तक त्याग दिया था। इसके बाद दत्त अखाड़ा घाट पर साधु-संतों के धरने में आकर स्वयं कलेक्टर आशीष सिंह ने शिप्रा शुद्धिकरण का आश्वासन देकर उनका यह आंदोलन समाप्त कराया था। लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद जब उन्हें लगा कि कोई काम नहीं हो रहा तो 5 नवंबर 2022 से फिर दूसरे चरण में आंदोलन की शुरुआत की जिसे एक वर्ष पूर्ण होने जा रहा है। 5 नवंबर 2023 को महाराज मां शिप्रा का दुग्धाभिषेक-पूजन करेंगे।