top header advertisement
Home - उज्जैन << 2 साल में 11 हजार से ज्यादा लोगों को कुत्तों ने काटा डेढ़ करोड़ से ज्यादा के लगाए एंटी रेबीज इंजेक्शन

2 साल में 11 हजार से ज्यादा लोगों को कुत्तों ने काटा डेढ़ करोड़ से ज्यादा के लगाए एंटी रेबीज इंजेक्शन


शहर में बढ़ते कुत्तों के काटने की वजह से रेबीज बीमारी बढ़ रही है, यह घातक है। इसके बावजूद इसे रोकने के सारे प्रयास फेल नजर आ रहे हैं। जिला अस्पताल में पिछले साल सितंबर तक कुत्ते से काटने के 4779 केस थे, वहीं इस साल सितंबर तक केसों की संख्या बढ़ कर 5030 हो गई है। हर महीने लगभग कुत्ते काटने से जूझ रहे 500 से 600 मरीज अस्पताल पहुंचते हैं।

पिछले साल जनवरी से दिसंबर में कुत्ते काटने के कुल 6,548 मरीज आए थे, इस साल वही सितंबर तक डॉग बाइट के मरीजों की संख्या 5030 हो गई है। यानी 2 साल में लगभग 11,578 मरीजों ने जिला अस्पताल से एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाए है। जिला अस्पताल के अलावा भी मरीज शहर के कई अन्य प्राइवेट अस्पताल और क्लीनिक पर इलाज करवाकर इंजेक्शन लगवाते हैं।

यह सिर्फ जिला अस्पताल के आंकड़े हैं। मरीज को कुल पांच इंजेक्शन लगते हैं। शासन इन इंजेक्शन को लगाने में लगभग एक मरीज पर लगभग 1500 रुपए का खर्च करती है। यानी अगर 2 साल में डॉग बाइट के 11,578 केस आए हैं तो इनके लिए लगे एंटी रैबीज इंजेक्शन पर 1 करोड़ 77 लाख से भी ज्यादा का खर्च हुआ है। हर मोहल्ले में 10 से 20 कुत्तों का झुंड घूमता हुआ दिखाई देता है। डॉग बाइट की चपेट में आने में सबसे ज्यादा संख्या बच्चों व बुजुर्गों की है। अन्य के मामले भी बढ़े इस साल डॉग के अलावा बिल्ली, बंदर और अन्य पशु के काटने के मामले भी बढ़े हैं। पिछले साल अन्य पशु द्वारा काटने के मामले 120 थे, वहीं बढ़ कर सितंबर तक 158 हो गए हैं। कई लोग तो कुत्ते से बचने के दौरान भी गंभीर रूप से घायल भी हो जाते हैं।

Leave a reply