1800 वर्ष प्राचीन देवी सरस्वती की प्रतिमा त्रिवेणी संग्रहालय में
महाकाल लोक के समीप स्थित त्रिवेणी संग्रहालय में पुरातत्व विभाग के शैव, शाक्त और वैष्णव संप्रदाय की प्राचीन प्रतिमाओं से सजे संग्रहालय में नवरात्रि के पर्व पर आठवीं शताब्दी की देवी महिषासुर मर्दिनी और देवी सरस्वती की अद्भुत प्रतिमा से अवगत करा रहे हैं।
महिषासुर मर्दिनी की यह प्रतिमा वर्ष 2013 में बेल्जियम के ब्रुसेल्स में आयोजित प्रदर्शनी में भारत का प्रतिनिधितत्व करते हुए प्रदर्शित हो चुकी है। उज्जैन प्राचीन काल से ही धार्मिक नगरी रही है। यहां सनातन की शैव, शाक्त एवं वैष्णव तीनों परंपराएं प्राचीन काल से ही अस्तित्व में है। इन तीनों ही परंपराओं को ध्यान में रखकर वर्ष 2016 में त्रिवेणी संग्रहालय की स्थापना की गई। इस संग्रहालय में शैव शाक्त एवं वैष्णव संप्रदाय की अति प्राचीन पाषाण निर्मित प्रतिमाएं प्रदर्शित है।