भगवान महाकाल दशहरे पर दर्शन देेने नए शहर आएंगे
वर्ष में एक बार राजाधिराज श्री महाकाल दशहरे के अवसर पर नए शहर में भी प्रजा को दर्शन देने के लिए आते है। इस बार 23 अक्टूबर को विजयदशमी पर दशहरा मैदान पर रावण दहन के पूर्व बाबा महाकाल का कलेक्टर द्वारा विधि-विधान से पूजन किया जाएगा। भगवान महाकाल के पूजन के बाद जया, विजया, अपराजिता देवी और शमी का पूजन होगा। पूजन के बाद परंपरागत मार्ग से सवारी वापस महाकाल मंदिर के लिए रवाना होगी।
23 अक्टूबर को दशहरा पर्व पर श्री महाकालेश्वर मंदिर से बाबा महाकाल मनमहेश स्वरूप में पालकी में विराजित होकर शाम 4 बजे नए शहर के लिए निकलेंगे। इसके पहले बाबा महाकाल का सभा मंडप में पूजन किया जाएगा। मंदिर के मुख्य द्वार पर पुलिस के सशस्त्र बल क जवान भगवान महाकाल को सलामी देंगे। इसके बाद पालकी में सवार बाबा महाकाल पारंपरिक मार्ग से नए शहर की ओर रवाना होंगे। सवारी के साथ घुड़सवार दल, पुलिस बैंड, सशस्त्र पुलिस जवान के साथ ही भजन मंडलियां भी शामिल रहेंगी। मंदिर से सवारी शुरू होने से वापसी तक सवारी के साथ मंदिर समिति के अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद रहेगें। महाकाल मंदिर में बाबा महाकाल की सवारी को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। दशहरे मैदान पर सवारी रूकने के स्थान पर पूजन की सारी व्यवस्था मंदिर समिति द्वारा की जाएगी।
यह रहेगा सवारी का मार्ग-
दशहरे के अवसर पर बाबा महाकाल की सवारी महाकाल मंदिर से प्रारंभ होकर गुदरी चौराहा, पटनी बाजार, गोपाल मंदिर, सराफा, सतीगेट, नईसड़क, दौलतगंज, मालीपुरा, देवासगेट, चामुंडा माता चौराहा, टावर चौक, शहीद पार्क, सांदीपनि चौराहा, पुलिस कंट्रोल रूम के सामने से होकर दशहरा मैदान पहुंचेगी। दशहरा का पूजन के बाद वापसी में सवारी सांदीपनि चौराहा, शहीद पार्क, टॉवर चौक, फ्रीगंज ब्रिज, देवास गेट मालीपुरा, तोपखाना होकर महाकाल मंदिर पहुंचेगी।