OMG-2 मेकर्स के खिलाफ कोर्ट जाएंगे महाकाल के पुजारी
फिल्म OMG-2 के मेकर्स के खिलाफ उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी कोर्ट जाने की तैयारी में हैं। महाकाल मंदिर के पुजारियों ने फिल्म मेकर्स को नोटिस देकर विवादित सीन हटाने को कहा था। पुजारी संघ का कहना है कि न तो ये सीन हटाए और न ही माफी मांगी बल्कि नोटिस के जवाब में कहा गया कि उचित तरीके से निपटा जाएगा। OMG - 2 इसी साल 11 अगस्त को रिलीज हुई थी। फिल्म देखने के बाद महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी महेश शर्मा और अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के महासचिव रूपेश मेहता ने फिल्म मेकर्स के अलावा इंडियन बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन के अध्यक्ष प्रसून कुमार जोशी को नोटिस भेजा था।
महाकाल मंदिर के पुजारी महेश शर्मा ने सोमवार को बताया कि फिल्म के एक्टर अक्षय कुमार, निर्माता विपुल शाह और निर्देशक अमित राय के वकील की ओर से नोटिस का जवाब आया है। इसमें पुजारी और पुजारी संघ के लिए कहा गया कि आपके आरोप गलत हैं। ये अश्लील फिल्म नहीं है। प्रसिद्धि पाने के लिए गलत आरोप लगाए गए हैं।
मेकर्स की ओर से कहा गया, 'अगर आप हमारे क्लाइंट्स के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई करने का विकल्प चुनते हैं तो कृपया ध्यान दें कि हमारे क्लाइंट्स की ओर से उचित रूप से निपटा जाएगा।
हमारे क्लाइंट्स नोटिस में शामिल प्रत्येक कथन, दावे, विवाद और आरोप से इनकार करते हैं। फिल्म के खिलाफ लगाए गए सभी आरोप और दावे झूठे, कानूनी रूप से अस्थिर होने के कारण पूरी तरह से खारिज कर दिए गए हैं। निराधार और तुच्छ हैं।
ऐसा प्रतीत होता है कि श्री महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन के पुजारी प्रतिनिधि पंडित महेश शर्मा और अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के रूपेश मेहता ने ऐसा प्रसिद्धि और प्रचार पाने के इरादे से किया है। दोनों उज्जैन के निवासी हैं। इन्होंने A सर्टिफिकेट के आधार पर मान लिया है कि फिल्म में अश्लील सामग्री है। यह एक स्वीकारोक्ति है कि उन्होंने खुद फिल्म नहीं देखी है। फिल्म में कथित तौर पर ऐसी कोई अश्लील सामग्री नहीं है, जैसा कि आरोप लगाया गया है। ऐसे में हमारे क्लाइंट्स का कहना है कि फिल्म में उज्जैन मंदिर को प्रदर्शित करने वाले सभी या किसी भी दृश्य को हटाने का कोई कारण नहीं है।'
रिटायर्ड जज बोले- फिल्म देखकर शर्मसार हुए
इंदौर निवासी रिटायर्ड जज डॉ. अशोक सनोठिया ने कहा कि वे फिल्म देखकर काफी निराश हुए। उन्होंने भी अक्षय और फिल्म के निर्माता-निर्देश को लेटर लिखा है। उन्हें लिखा है, 'मैंने पत्नी के साथ सिनेमाघर में फिल्म देखी। फिल्म देखते हुए कितने शर्मसार हुए, इसका वर्णन संभव नहीं।'
ध्यान भटकाने के लिए शिव के गण का नाम दिया
महेश पुजारी और रूपेश मेहता ने बताया कि भगवान शिव स्वयंभू हैं। भगवान शिव के गण के रूप में जो चित्रण अक्षय कुमार के ऊपर किया गया है, वो शिव के गण का नहीं, भगवान शिव का ही चित्रण है। विष पीने की शक्ति भगवान शिव के अलावा किसी अन्य को नहीं है। फिल्म में भगवान शिव के जलाभिषेक के समय अक्षय कुमार को स्नान करते हुए दर्शाया गया है। जलाभिषेक भगवान शिव का ही होता है, न कि उनके गण का। भस्म लेपन भी भगवान शिव का ही होता है, न कि शिव के गण का। अक्षय पर फिल्माए ये सीन दर्शाते हैं कि फिल्म में भगवान शिव को ही दर्शाया गया है। मात्र ध्यान भटकाने के लिए भगवान शिव के गण का नाम उस पात्र को दिया गया है।