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भाई मुझे किडनेप कर लिया, जल्दी 25 हजार भेज दो


चामुंडा से चरक अस्पताल के बीच सोमवार दोपहर युवक के अपहरण की सूचना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। युवक ने खुद घर वालों को फोन कर कहा कि मुझे कुछ लोगों ने किडनेप कर लिया है व जल्दी से 25 हजार रुपए भेज दो। ये पता चलते ही मोबाइल टावर लोकेशन ट्रेस करते हुए कुछ ही देर में पुलिस युवक तक पहुंच गई। वह चिंतामन मार्ग पर खेत किनारे बाइक के पास खड़ा मोबाइल पर घर वालों को अपने अपहरण के एवज में 25 हजार रुपए मांग रहा था। जैसे ही पुलिस उसके करीब पहुंची व एक थप्पड़ पड़ा तो युवक बोला- गलती हो गई, मुझे एक लड़की ब्लैकमेल कर रही थी इसलिए ये सब किया।

दरअसल मामला ये है कि महाकाल मंदिर में सिक्युरिटी गार्ड की नौकरी करने वाले अंकित पिता विष्णु पाठक उम्र 22 साल निवासी जयसिंहपुरा ने 25 हजार रुपए के लिए खुद के अपहरण की झूठी कहानी बनाई। कोतवाली थाना पुलिस ने बताया युवक का कहना था कि दो-तीन दिन पहले एक लड़की ने वीडियो काल किया था व उसका वीडियो बनाने के बाद 25 हजार रुपए की मांग की। युवक का कहना था कि युवती उसे ब्लैकमेल कर रही थी व वीडियो वायरल करने की धमकी दे रही थी। घर वालों को बताता तो वे इतने रुपए नहीं देते इसलिए सोचा कि खुद के किडनेप होने का कहूंगा तो घर वाले घबराकर जल्दी से रुपए भेज देंगे लेकिन वे पुलिस के पास पहुंच गए। युवक अनजान कॉल पर युवती के द्वारा वीडियो बनाए जाने से घबराया व ये कदम उठाया। युवक ने माफी मांगी व परिजनों के निवेदन पर उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। खेत में युवक इस तरह मोबाइल पर बतिया रहा था।

मुख्य मार्ग पर अपहरण, कैमरे में कहीं घटना नहीं थी एसआई सलमान कुरैशी ने बताया कि युवक सुबह दस बजे करीब घर से निकला था। उसके परिजन दोपहर करीब 12.30 बजे कोतवाली थाने आए व घटना की जानकारी दी। बताया कि अंकित का फोन आया था वह बोला कि चामुंडा से चरक अस्पताल के बीच बकरी को टक्कर लगने पर कुछ युवकों ने उसका अपहरण कर लिया है व उसे कहीं ले गए, जहां कमरे में बंद कर बंधक बनाया हुआ है तथा 25 हजार रुपए की मांग की जा रही है। घटना के बाद संबंधित मार्ग के सीसीटीवी फुटेज देखे। उसमें कहीं युवक के अपहरण जैसी कोई घटना सामने नहीं आई। इस बीच साइबर टीम ने मोबाइल टावर लोकेशन ट्रेस कर ली। पहली लोकेशन दानीगेट व दूसरी चिंतामन मार्ग आई। यहां पुलिस पहुंची तो युवक खेत में मोबाइल पर निश्चिन्तता के साथ बात कर रहा था। उसके पास पहुंचे तो घबरा गया व ब्लैकमेलिंग को लेकर अपहरण की कहानी बनाना बताया। उससे कहा कि अगर कोई ब्लैकमेल कर रहा था पुलिस के पास आना था इस तरह झूठी कहानी क्यों गढ़ी।

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