हरसिद्धि मंदिर पर रविवार को सुबह घट स्थापना का मुहूर्त
शारदीय नवरात्रि का पर्व रविवार से प्रारंभ हो रहा है। देश के प्रमुख शक्तिपीठ में से एक हरसिद्धि मंदिर में नवरात्रि की तैयारी पूर्ण हो गई। नवरात्रि के नौ दिनों में मंदिर परिसर स्थित मराठा कालीन दो दीप स्तंभ पर दीपमालिका सामूहिक प्रज्जवलित की जाएगी। वहीं नौ दिन माता का अद्भूत श्रृंगार किया जाएगा। नवरात्रि के दौरान सिद्धि प्राप्ती के लिए पूजन अनुष्ठान भी होगें। नवरात्रि के नौ दिन हरसिद्धि मंदिर में शयन आरती नही होगी। मान्यता है कि नौ दिन देवी शयन नही करती है।
15 अक्टूबर को रविवार के दिन चित्रा नक्षत्र एवं तुला राशि के चंद्रमा की उपस्थिति में शारदीय नवरात्र का आरंभ हो रहा है। इसी दिन घट स्थापना के विशेष मुहूर्त के साथ देवी साधना का आरंभ माना जाता है। इस बार नवरात्रि पूरे 9 दिन के होने से साधकों को उपवास का लाभ मिल सकेगा। कोई भी तिथि का क्षय नहीं है। इस दृष्टिकोण से यह विशेष शुभ व लाभकारी रहेगी। नवरात्रि के पहले दिन प्रतिपदा पर ग्रह गोचर गणना से बुधादित्य योग का संयोग बन रहा है। रविवार का दिन और बुधादित्य योग अपने आप में महत्वपूर्ण है। पराक्रम, प्रतिष्ठा में वृद्धि के लिए प्रतिपदा से नवमी पर्यंत की साधना विशेष लाभ प्रदान करेगी। शक्तिपीठ हरसिद्धि माता मंदिर पर रविवार को घट स्थापना के साथ नवरात्रि पर्व का शुभारंभ होगा। प्रतिदिन माता का श्रृंगार किया जाएगा। सुबह 5 बजे से मंदिर के पुजारी पूजन आरती करेंगे। इसके बाद सुबह 6 बजे से आम भक्तों को देवी के दर्शन लाभ होगें। नवरात्रि के दौरान प्रतिदिन विशेष पूजन अनुष्ठान किया