आचार संहिता में आरटीओ अमला सड़क पर उतरा
उज्जैन। विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है। अब नियमों का पालन कराने के लिए प्रशासनिक अमला भी सड़क पर आ गया है। शनिवार को आरटीओ विभाग ने चार पहिया वाहनों में लगी राजनीतिक, सामाजिक व पद वाली नेम प्लेट निकाल कर जप्त करने के साथ ही चालान भी बनाए है। आरटीओ की कार्रवाई के कारण कई वाहन चालक दूर से देखने के बाद भाग निकले।
सोमवार को जिला कलेक्टर व निर्वाचन अधिकारी ने आचार संहिता लागू होने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों को आचार संहिता का पालन कराने के निर्देश दिए थे। इसके बाद आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों को लेकर कार्रवाई भी शुरू हो गई है। शनिवार को आरटीओ विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों ने नानाखेड़ा लाल गेट पर वाहनों की चैकिंग शुरू की। इस दौरान चौपहिया वाहनों पर सांसद, विधायक, सामाजिक संगठन व राजनीतिक पद लिखी ने प्लेट के साथ ही हूटर निकाल कर वाहन के दस्तावेज, लायसेंस चैक किए। कागज नही होने पर वाहन चालकों एवं नंबर प्लेट नियमानुसार नही होने से करीब 80 वाहन चालकों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की गई। आरटीओ संतोष कुमार मालवीय ने बताया कि आचार संहिता लगने के बाद जिले में संचालित अवैध वाहन और खास कर राजनीतिक पद लिखकर नेम प्लेट लगाकर रौब झाडऩे वाले वाहनों पर चालानी कार्रवाई की है। करीब 80 वाहनों को पकड़कर करीब 30 हजार रूपए का जुर्माना मौके पर वसूल किया है। गौरतलब है कि निजी वाहनों पर हूटर, सायरन लगाना एवं वाहन की नंबर प्लेट पर नंबर के अलावा राजनीतिक चिन्ह या पदनाम लिखना मोटरयान अधिनियम का उल्लंघन है। इस तरह के वाहनों के खिलाफ चालानी कार्रवाई करने का प्रावधान भी है।
रिक्क्षा, ऑटो से नही हटे फोटो तो दो महिने नही छूटेंगे
आरटीओ मालवीय ने कहा कि शहर में ऑटो, ई-रिक्क्षा, मैजिक वाहनों की संख्या ज्यादा है। अगर इन वाहनों पर किसी भी राजनैतिक पार्टी का फोटो, बैनर लगा है तो इसे तत्काल हटा लें। अगर चैकिंग के दौरान कार्रवाई हुई तो वाहन दो महिने नही छूट सकेंगे। इसके अलावा जुर्माने की कार्रवाई अलग से होगी। शहर में चैकिंग अभियान जारी रहेगा।