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सड़कों पर होना है 7.88 करोड़ से डामरीकरण 12 दिन में पीडब्ल्यूडी ने केवल गड्ढे ही भरवाए


बारिश के बाद सड़कों का रिनोवेशन व डामरीकरण का कार्य होना है, जिसके लिए करीब 7.88 करोड़ रुपए शासन से स्वीकृत हो चुके हैं। यानी बजट है, टेंडर हो चुका और भूमिपूजन भी... बावजूद लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के इंजीनियर्स व ऑफिसर्स डामरीकरण का कार्य शुरू करवाने में नाकाम साबित हुए हैं। 12 दिन में केवल सड़कों पर पेंचवर्क का कार्य ही हुआ है यानी केवल गड्ढे भरे गए हैं।

अब दावा किया जा रहा है कि दो या तीन दिन में सड़कों का डामरीकरण शुरू करवा दिया जाएगा। इसमें तीन बत्ती चौराहा से माधव क्लब रोड होते हुए माधवनगर रेलवे स्टेशन तक व तीन बत्ती चौराहा से मुंगी तिराहा होते हुए नागझिरी तक तथा तीन बत्ती चौराहा से सिंधी कॉलोनी चौराहा होते हुए इंदौर रोड पर महामृत्युंजय द्वार तक की सड़क का रिनोवेशन किया जाना प्रस्तावित है।

बारिश में जलजमाव होने से इंदौर रोड पर नानाखेड़ा चौराहा से लेकर महामृत्युंजय द्वार तक तथा देवास रोड पर नागझिरी क्षेत्र में सड़क ज्यादा खराब हुई है। यहां पर बड़े गड्ढे हो गए हैं और सरफेस तो कई जगह पर पूरी तरह से खराब हो चुका है। सीवरेज प्रोजेक्ट के तहत टाटा कंपनी द्वारा सड़कों को खोदकर डाली गई पाइप लाइन की वजह से सड़कों का लेबल भी ऊंचा-नीचा हो गया है। इससे आवागमन में परेशानी बनी हुई है।

इंदौर रोड फोरलेन की सर्विस रोड तो पूरी तरह से खराब हो चुकी है। सड़कों की मरम्मत के लिए राशि स्वीकृत होने और टेंडर होने के बाद भी पीडब्ल्यूडी के अफसर ठेका कंपनी से कार्य शुरू नहीं करवा पाए हैं। सड़कों के डामरीकरण के लिए 29 सितंबर को भूमिपूजन हो चुका है। इसमें पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का आदेश है कि सड़कों का निर्माण समय पर शुरू किए जाने के साथ ही गुणवत्ता का विशेष तौर पर ध्यान देना है। राशि स्वीकृत होने और टेंडर होने के बाद भी सड़कों के डामरीकरण का कार्य शुरू नहीं हुआ है।

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