आचार संहिता के पालन में निगम की कार्यवाही आरंभ निगम आयुक्त के आदेश पर अपर आयुक्त द्वय ने ली बैठक
उज्जैन: विधानसभा निर्वाचन सम्बंधी आचार संहिता प्रभावशील होते ही निगम आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह के आदेश पर अपर आयुक्त द्वय श्री आशीष पाठक, श्री आर.एस. मण्डलोई ने बैठक लेकर महत्वपूर्ण निर्देश दिये है। पालन में कार्यवाही तत्काल आरंभ हो गई है।
निगम अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक में अपर आयुक्त श्री आशीष पाठक और श्री आर.एस. मण्डलोई ने संयुक्त रूप से आचार संहिता सम्बंधी दिशा निर्देशों पर प्रकाश डालते हुए निगम अधिकारियों का मार्गदर्शन कर निर्देशित किया कि प्रत्येक अधिकारी, कर्मचारी के लिये अनिवार्य है कि वे निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित करें। आचार संहिता उल्लंघन सम्बंधी किसी भी प्रकार की कार्यवाही के लिये सम्बंधित अधिकारी/कर्मचारी स्वयं उत्तरदायी होंगे।
निगम आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह के निर्देशानुसार बैठक में निर्देशित किया गया कि:-
ऽ सम्पत्ति विरूपण सम्बंधी कार्यवाही तत्काल आरंभ की जाए। इसके अन्तर्गत शासकीय सम्पत्तियों और सार्वजनिक सम्पत्तियों, कार्यालयों, भवनों, विद्युत पोल, डिवाईडर इत्यादि पर लगे हर प्रकार के होर्डिंग, फ्लेक्स, बेनर इत्यादि तत्काल हटाए जाएं। निजी सम्पत्तियों पर भी बिना अनुमति के नियम विरूद्ध लगे फ्लेक्स, होर्डिंग, पोस्टर इत्यादि हटाए जाएं।
ऽ शासकीय स्थलों पर सम्पत्ति विरूपण की कार्यवाही 24 घंटे में, सार्वजनीक स्थलों से 48 घंटे में और निजी स्थलों के संबंध में कार्यवाही 72 घंटे में पूर्ण कर ली जाए।
ऽ जो निर्माण कार्य प्रचलित हैं वे जारी रहेंगे किन्तु कोई भी नवीन कार्य अब आरंभ नहीं किया जाए अर्थात किसी भी प्रकार के कार्य का भूमि पूजन या लोकार्पण आचार संंिहता के दौरान नहीं किया जाए।
ऽ किसी भी प्रकार की योजनाओं का प्रचार प्रसार या उसके अन्तर्गत लाभ प्रदान करने सम्बंधी आवेदन, पंजीयन इत्यादी की नवीन कार्यवही नहीं की जाए।
ऽ निगम की वेब साईट तथा निगम भवनों, कार्यालयों तथा निगम के प्रचार प्रसार साधनों पर राजनीतिक दलों, व्यक्तियों, पदाधिकारियों के नाम एवं फोटो इत्यादि प्रदर्शित ना किये जाएं। जहां हों वहां से हटाए जाए।
ऽ महापौर, अध्यक्ष, पक्ष-प्रतिपक्ष से सम्बद्ध निगम कर्मचारियों को वापस बुलाया जाकर निगम के अन्य कार्यालय में पदस्थ किया जाए।
बैठक में अधिक्षण यंत्री श्री आर.आर. जारोलिया, सहायक आयुक्त श्री तेजकरण गुनावदिया, श्री प्रदिप सेन, कार्यपालन यंत्री श्री एन.के. भास्कर, श्री अनिल जैन, जनसंपर्क अधिकारी श्री रईस निज़ामी, झोनल अधिकारीगण, यंत्रीगण, उपयंत्रीगण उपस्थित रहे।
निगम अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक में अपर आयुक्त श्री आशीष पाठक और श्री आर.एस. मण्डलोई ने संयुक्त रूप से आचार संहिता सम्बंधी दिशा निर्देशों पर प्रकाश डालते हुए निगम अधिकारियों का मार्गदर्शन कर निर्देशित किया कि प्रत्येक अधिकारी, कर्मचारी के लिये अनिवार्य है कि वे निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित करें। आचार संहिता उल्लंघन सम्बंधी किसी भी प्रकार की कार्यवाही के लिये सम्बंधित अधिकारी/कर्मचारी स्वयं उत्तरदायी होंगे।
निगम आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह के निर्देशानुसार बैठक में निर्देशित किया गया कि:-
ऽ सम्पत्ति विरूपण सम्बंधी कार्यवाही तत्काल आरंभ की जाए। इसके अन्तर्गत शासकीय सम्पत्तियों और सार्वजनिक सम्पत्तियों, कार्यालयों, भवनों, विद्युत पोल, डिवाईडर इत्यादि पर लगे हर प्रकार के होर्डिंग, फ्लेक्स, बेनर इत्यादि तत्काल हटाए जाएं। निजी सम्पत्तियों पर भी बिना अनुमति के नियम विरूद्ध लगे फ्लेक्स, होर्डिंग, पोस्टर इत्यादि हटाए जाएं।
ऽ शासकीय स्थलों पर सम्पत्ति विरूपण की कार्यवाही 24 घंटे में, सार्वजनीक स्थलों से 48 घंटे में और निजी स्थलों के संबंध में कार्यवाही 72 घंटे में पूर्ण कर ली जाए।
ऽ जो निर्माण कार्य प्रचलित हैं वे जारी रहेंगे किन्तु कोई भी नवीन कार्य अब आरंभ नहीं किया जाए अर्थात किसी भी प्रकार के कार्य का भूमि पूजन या लोकार्पण आचार संंिहता के दौरान नहीं किया जाए।
ऽ किसी भी प्रकार की योजनाओं का प्रचार प्रसार या उसके अन्तर्गत लाभ प्रदान करने सम्बंधी आवेदन, पंजीयन इत्यादी की नवीन कार्यवही नहीं की जाए।
ऽ निगम की वेब साईट तथा निगम भवनों, कार्यालयों तथा निगम के प्रचार प्रसार साधनों पर राजनीतिक दलों, व्यक्तियों, पदाधिकारियों के नाम एवं फोटो इत्यादि प्रदर्शित ना किये जाएं। जहां हों वहां से हटाए जाए।
ऽ महापौर, अध्यक्ष, पक्ष-प्रतिपक्ष से सम्बद्ध निगम कर्मचारियों को वापस बुलाया जाकर निगम के अन्य कार्यालय में पदस्थ किया जाए।
बैठक में अधिक्षण यंत्री श्री आर.आर. जारोलिया, सहायक आयुक्त श्री तेजकरण गुनावदिया, श्री प्रदिप सेन, कार्यपालन यंत्री श्री एन.के. भास्कर, श्री अनिल जैन, जनसंपर्क अधिकारी श्री रईस निज़ामी, झोनल अधिकारीगण, यंत्रीगण, उपयंत्रीगण उपस्थित रहे।