एशियन गेम्स : भारत को 107 मेडल : अब करें ओलम्पिक की तैयारी
संदीप कुलश्रेष्ठ
चीन के हांगझू में हाल ही में हुए एशियन गेम्स में भारत ने ऐतिहासिक प्रदर्शन कर दिखाया है। भारत ने पहली बार 107 मेडल हासिल कर एशियन गेम्स में चौथा स्थान प्राप्त किया है। पहले स्थान पर रहे चीन ने 354 पदक प्राप्त किए। दूसरे स्थान पर रहे जापान ने 169 पदक प्राप्त किए। तीसरे स्थान पर दक्षिण कोरिया रहा जिसे 170 मेडल मिले। एशियाड में भारत को 2002 में 36 पदक ही मिले थे। 2006 के एशियाड में 53, 2010 में 65, 2014 में 57 और गत 2018 में 70 पदक भारत को मिले थे। सभी पदक वीरों को बधाई तो बनती ही है। अब अगला ओलम्पिक 2024 में पेरिस (फ्रांस) में आयोजित होने वाला है। वहाँ 24 जुलाई से 11 अगस्त तक ओलम्पिक का आयोजन किया जायेगा। अब एक साल से भी कम समय बचा है। इसलिए अभी से युद्ध स्तर पर तैयारी करने की आवश्यकता है।
इतिहास में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन -
एशियन गेम्स में भारत को सबसे ज्यादा 29 पदक एथलेटिक्स में मिले है। इसके बाद शूटिंग में 22 पदक प्राप्त किए है। तीरंदाजी में 9, कुश्ती में 6, मुक्केबाजी और स्क्वैश में 5-5 पदक प्राप्त हुए है। बैडमिंटन और नौकायन में 3-3 पदक मिले है। घुड़सवारी, हॉकी, क्रिकेट, टेनिस, कबड्डी, शतरंज और रोलर स्केट्स में 2-2 पदक मिले है। गोल्फ, सेपक टकरा, ब्रिज, कैनोइंग, टेबल टेनिस और वुशू में हमारे खिलाड़ियों को 1-1 पदक मिले है। इस प्रकार 72 साल के इतिहास में हमारे पदक वीरों ने ऐतिहासिक कार्य कर दिखाया और भारत की झोली में 107 पदक डाल दिए।
253 खिलाड़ियों ने जीते मेडल -
ओलम्पिक गेम्स में हमारे देश के प्रतिभाशाली 253 खिलाड़ियों ने 107 मेडल प्राप्त किए। सबसे कम 15 साल की अनाहत ने स्क्वैश में पदक प्राप्त किया और सबसे अधिक 65 वर्ष की उम्र के जैगी शिवडासानी ने ब्रिज में पदक प्राप्त किया। चीन के हांगझू में आयोजित 19वें एशियन गेम्स में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है। अबकी बार भारत ने इन गेम्स में कुल 107 मेडल हासिल किए, जिसमें 28 स्वर्ण, 38 रजत और 41 कांस्य पदक शामिल रहे। इस अद्भुत प्रदर्शन के चलते भारत ने चीन, जापान और साउथ कोरिया के बाद चौथा स्थान हासिल किया है।
अब करना है ओलम्पिक की तैयारी -
अगले ओलम्पिक 2024 में पेरिस में होने वाले है। इसके लिए अभी से तैयारी करने की आवश्यकता है। क्योंकि अब मात्र करीब 9 माह का समय ही बचा है। पेरिस में 24 जुलाई से 11 अगस्त तक आेंलम्पिक के विभिन्न खेलों की स्पर्धाएँ होंगी। यह देखा गया है कि चीन, जापान और साउथ कोरिया जैसे देश ओलम्पिक खत्म होते ही अगले ओलम्पिक की तैयारी में भीड़ जाते है। इसलिए अब युद्व स्तर पर ओलम्पिक की तैयारी की जानी आवश्यक है ताकि एशियन गेम्स में ऐतिहासिक प्रदर्शन करने के बाद हमारे प्रतिभाशाली खिलाड़ी ओलम्पिक में भी अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर सके।
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