जिला अस्पताल मेंं मरीजों के लिए फटे गद्दे
चुनाव के वर्ष में शहर में कई सौगातें मिल रही है, लेकिन जिले के सबसे बड़े जिला अस्पताल में ही मरीज सुविधाओं से वंचित है। हालत यह है कि अस्पताल के वार्ड में बेड और पलंग नही होने से जमीन पर मरीजों का ईलाज किया जा रहा है। गंदगी के आलम में पड़े मरीज स्वस्थ होने की बजाए और बीमार हो रहे है। अस्पताल के आरएमओ का कहना है कि मरीजों को फटे गद्दे देने वालों पर कार्रवाई करेंगे।
जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में प्रतिदिन जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के मरीज ईलाज के लिए पहुंचते है। सरकारी अस्पताल की स्थिति यह है कि अधिकांश मरीजों को या तो पलंग नही मिल रहा है। यदि पलंग मिल जाता है तो उस पर फटे गद्दे बिछे रहते है। ऐसे में कई मरीजों को तो फर्श पर लेटाकर ईलाज किया जाता है। स्थिति यह है कि मरीजों को गद्दे, चादर कंबल भी नही मिल पाता है। कांग्रेस पार्षद रवि राय ने कहा कि जिला अस्पताल में बड़ी संख्या में मरीज पहुंचते है, लेकिन यहां की अव्यवस्था के कारण और बीमार हो जाते है।अस्पताल में डाक्टर, नर्स की कमी होने के साथ ही टूटे पलंग, खराब पंखे, बाथरूम में गंदगी के आलम में मरीज ईलाज कराने को मजबूर है। शासन-प्रशासन को अस्पताल में मरीजों के लिए व्यवस्थाएं करना चाहिए। मामले को लेकर जिला अस्पताल के आरएमओ नीतराज गौड़ ने कहा कि हम जितने बेड उपलब्ध है उतने ही मरीज भर्ती करते है। मरीज भी पलंग से बेड जमीन पर डालकर सोते है। फटे गद्दे के संबंध में स्टॉफ से चर्चा करूंगा। मरीज को गद्दे क्यों नही मिले। इस पर कार्रवाई भी करेंगे।