दलितों में आक्रोश, पार्षद का पुतला फूंका
उज्जैन में आंबेडकर छात्र संगठन के पदाधिकारियों ने पार्षद माया त्रिवेदी पर आरोप लगाते हुए बताया कि ब्राह्मण समाज की बैठक में महिला पार्षद द्वारा एट्रोसिटी एक्ट समाप्त करने और आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग उठाई गई थी। बैठक में उठी इन मांगों के खिलाफ दलित समाज के एक संगठन ने महिला पार्षद का पुतला जलाकर आक्रोश जताया है।
रविवार को टाॅवर चौक पर आंबेडकर छात्र संगठन के पदाधिकारियों ने पार्षद माया राजेश त्रिवेदी के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान महिलाएं भी शामिल थी। संगठन के अध्यक्ष राम सोलंकी आरोप लगाया कि पार्षद त्रिवेदी ने एट्रोसिटी एक्ट हटाने और आर्थिक आधार पर आरक्षण देने की मांग करते हुए अधिकार खत्म करने की बात कही है। चुनाव के दौरान माया त्रिवेदी को केवल दलितों को वोट चाहिए। यह कांग्रेस की दोहरी नीति है।इसके खिलाफ दलित समाज के लोगों ने पार्षद त्रिवेदी का पुतला जलाकर विरोध किया है। दरअसल आम्बेडकर छात्र संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि शनिवार को महावीर जैन धर्मशाला रंग महल पर ऑल इंडिया ब्राह्मण फेडरेशन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कांग्रेस पार्षद माया राजेश त्रिवेदी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई थी। उस दौरान मंच से पार्षद त्रिवेदी ने एट्रोसिटी एक्ट को पूरी तरह से समाप्त करने और आर्थिक आधार पर आरक्षण का लाभ देने की मांग उठाई है। इसके बाद से ही दलित समाज के लोगों में आक्रोश बना हुआ है। पार्षद की मांग का विरोध करते हुए दलित संगठन ने पुतला जलाया। विरोध के बाद माया त्रिवेदी ने मामले में बताया कि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई थी। मैने उस दौरान कहा था की ब्राह्मण समाज सनातन धर्म का संरक्षण रहा है।