श्राद्ध पक्ष की अष्टमी पर हाथी अष्टमी पर्व के रूप में मनाई गई, घरों में मां गजलक्ष्मी का पूजन-अर्चन किया गया
उज्जैन- श्राद्ध पक्ष की अष्टमी पर हाथी अष्टमी पर्व के रूप में मनाई जाने की मान्यता हैं। श्राद्ध पक्ष की अष्टमी पर गजलक्ष्मी माता की पूजा करने की परम्परा हैं। श्राद्ध पक्ष में 16 दिन का व्रत किया जाता हैं। यह व्रत राधा अष्टमी से प्रारंभ होकर हाथी अष्टमी तक किया जाता हैं। पुराने शहर में स्थित गजलक्ष्मी माता मंदिर पर दुग्धाभिषेक किया गया। व्रत करने के साथ-साथ घरों में लोगों ने महालक्ष्मी का पूजन-अर्चन किया गया। ऐसी मान्यता हैं कि इसी दिन माँ लक्ष्मी का पूजन-अर्चन करने से मां लक्ष्मी माता घर में स्थायी रूप से वास करती हैं।