महिला संबंधी अपराध बढ़े, स्कूल बसों और ऑटो रिक्शा चालकों का वेरिफिकेशन
उज्जैन. बुधवार को संभागायुक्त ने सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में संभाग के सभी कलेक्टर को निर्देश दिए हैं कि वे अपने अपने जिलों के हाईवे पर एम्बुलेंस की तैनाती करें ताकि घायलों को तुरंत मदद मिल सके। इसके अलावा आजी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि संभाग में हर चार पांच माह में महिला और बालिका सम्बधित अपराध आते हैं। इसके लिए स्कूल बसों, सवारी बसों और ऑटो रिक्शा के चालक और परिचालक के वेरिफिकेशन करा इनकी जांच लगातार जारी रखें।'हाइवे पर एम्बुलेंस की तैनाती के निर्देश ताकि घायलों को समय पर मिले मदद संभागायुक्त डॉ. संजय गोयल और आइजी संतोष कुमार सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए सभी कलेक्टर को यह निर्देश दिए हैं। कि जिले के वे हाईवे खासकर जो हाल में नए बने हैं। उन पर एम्बुलेंस की मौजूदगी सुनिश्चित करें। एम्बुलेंस का समय-समय पर सत्यापन भी करें। हाइवे और नये बने हाईवे पर अक्सर सड़क दुर्घटनाएं घटनाएं सामने आती है। जिनमें समय पर मदद नहीं मिल रही। इसके अलावा बसों में महिलाओं के लिये से 1महिलाएं एवं स्कूली छात्राओं की सुरक्षा के लिये विशेष प्रयास करते हुए इनकी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। सवारी बस व स्कूली बसों के ड्रायवर, क्लीनर, हैल्पर का पुलिस सत्यापन हो समय समय पर इसकी चैकिंग भी की जाए। बस में स्पीड डिवाइस, खिड़कियों में ग्रिल, जीपीएस सिस्टम, कैमरे लगे हों।
संभागायुक्त के साथ आइजी संतोष कुमार ने बैठक में कहा कि संभाग में हर चार पांच माह में महिला और बालिका सम्बधी अपराध सामने आते हैं। ऐसे में ऑटो रिक्शा एवं ई-रिक्शा की चेकिंग लगातार की जाए। इनके चालक का वेरिफेशन भी हो। जिस चालक का पुलिस वेरिफिकेशन ना मिले उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। आइजी ने कहा कि उज्जैन संभाग में अब टूरिस्ट की संख्या बढ़ी है खासकर उज्जैन शहर में ऐसे में सुरक्षा को लेकर पुलिस कर्मियों को चौकन्ना होने की जरूरत
तो लायसेंस होंगे निरस्त
संभागायुक्त नले सभी कलेक्टर को निर्देश दिए कि नियम विरुद्ध वाहन चलाने वालों के लाइसेंस निलंबित कर निरस्त करें। इसके लिए आरटीओ, पुलिस, ट्रैफिक अधिकारियों को सख्ती से कार्रवाई करने को कहा। साथ ही कहा की बारिश के कारण हाईवे पर झाडिया और पेड़ की डंगाले बढ़ गई इनकी समय समय पर छंटाई की जाए। वीडियो कॉन्फ्रेंस में सभी जिलों के कलेक्टर्स एवं पुलिस अधीक्षक, जिला परिवहन अधिकारी, लोक निर्माण विभाग एवं एमपीआरडीसी तथा बिज कॉर्पोरेशन के जिम्मेदार मौजूद थे।