top header advertisement
Home - उज्जैन << दरिंदे बेटे को सजा से बचाने के लिए अब ये हथकंडा

दरिंदे बेटे को सजा से बचाने के लिए अब ये हथकंडा


जिस ऑटो ड्राइवर की हैवानियत के कारण पूरा शहर शर्मसार हो गया। जनसुनवाई में दुष्कर्मी की मां ने आवेदन देकर कहा- पीड़ित बच्ची को हम अपनी बहू बना लेंगे, लेकिन यह कैसा तर्क है, कैसे संस्कार है। बुधवार को आरोपी के मकान के अवैध कब्जे को तोड़ने की कार्रवाई के दौरान घर के समीप बैठी आरोपी की मां रेखाबाई व भाभी से भास्कर ने कई तीखे सवाल किए। ये भी पूछा कि बेटे के घिनौने कृत्य पर पछतावा नहीं है तो इस सवाल के जवाब पर मां का जवाब था कि हम कलेक्टर को जनसुनवाई में आवेदन देकर आए कि आखिर वह भी तो किसी की बच्ची है और उसके साथ जो हुआ वह बहुत गलत है इसीलिए उसे अपनाना चाहते है।
बेटे की कृत्य की सजा... झोपड़ी भी नहीं रही।
 कहा कि अम्मा तुम्हारा दरिंदा बेटा 24-25 साल का नशेड़ी है और वो बच्ची महज 12-13 साल की होगी। इस पर भी दरिंदे की मां रूकी नहीं बोली- ऐसा नहीं है, हमने सुना है वो 15 साल की है और थोड़े दिन में 18 की जाएगी, तब बहू बना लेंगे। मकान टूटने के एक दिन पहले ही ऑटो ड्राइवर का परिवार कोठी पर जनसुनवाई में आवेदन देने पहुंचा था। यहां कलेक्टर नहीं मिले तो घर वाले कलेक्टोरेट की आवक-जावक शाखा में जाकर आवेदन पर सील लगवाकर आ गए। उक्त परिवार को लग रहा है कि वे ये हथकंडा अपनाकर किसी तरह दरिंदे बेटे को बचाने में कामयाब हो जाए। 

Leave a reply