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Home - उज्जैन << आदिवासी संगठनो के पदाधिकारी नृसिंह घाट से पुलिस कंट्रोल रूम तक पैदल मार्च निकालकर एसपी श्री सचिन शर्मा को ज्ञापन सौपेंगे।

आदिवासी संगठनो के पदाधिकारी नृसिंह घाट से पुलिस कंट्रोल रूम तक पैदल मार्च निकालकर एसपी श्री सचिन शर्मा को ज्ञापन सौपेंगे।


 उज्जैन के कहारवाड़ी क्षेत्र में गत २७ जुलाई को एक आदिवासी महिला व उसके बेटे के साथ मारपीट किए जाने और महाकाल थाने में इनकी एफआईआर दर्ज करने के बजाए उल्टे फरियादी पर ही प्राणघातक हमले की धाराएं लगाकर उसे गिरफ्तार किए जाने की घटना के विरोध में बुधवार को उज्जैन में आदवासी समाज का बड़ा आंदोलन होने जा रहा है। बुधवार 4 अक्टूबर को अंचल के विभिन्न जिलो से आने वाले आदिवासी संगठनो के पदाधिकारी नृसिंह घाट से पुलिस कंट्रोल रूम तक पैदल मार्च निकालकर एसपी श्री सचिन शर्मा को ज्ञापन सौपेंगे। इस ज्ञापन के जरिए आदिवासी समाज प्रकरण की निष्पक्ष जांच करने व पीड़ित आदिवासी परिवार को न्याय दिलाने की मांग रखेगा।
विगत 27 जुलाई को कहारवाड़ी निवासी आदिवासी महिला ममता खराड़ी और उनके पुत्र अंकित खराड़ी पर नजदीक ही रहने वाले एक परिवार के सदस्यों ने हमला कर दिया था। इस मामले में कहारवाड़ी निवासी राजकुमार कसेरा ने आरोप लगाया कि ममता खराड़ी और उनके पुत्र ने मुझ पर धारदार हथियारों से हमला किया है। पुलिस ने राजकुमार कसेरा की शिकायत पर ममता खराड़ी और उनके बेटे अंकित पर पहले साधारण मारपीट की धाराओं में केस दर्ज किया और इसके बाद घटना दिनांक की रात को ही अंकित खराड़ी को प्राणघातक
हमले की धारा का आरोपी बी बना दिया। मध्यप्रदेश के सभी आदिवासी जिलों में इस घटना का एक सीसीटीवी फुटेज वायरल हो रहा है। इस वीडियों फुटेज में साफ दिख रहा है कि जिन लोगो ने ममता खराड़ी व उनके बेटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है, वे ही उल्टे दोनों मां-बेटो के साथ मारपीट कर रहे है। वीडियों में ममता खराड़ी अपने पुत्र को बचाने के लिए गुहार लगाती हुई दिख रही है। सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियों के जरिए संपूर्ण घटना की सच्चाई सामने आने के बाद से ही पदेश के आदिवासियों में गहरा आक्रोश है। आरोप लगाया जा रहा है कि उज्जैन पुलिस ने समूचे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच किए बिना ही एक आदिवासी युवक को प्राणघातक हमले का आरोपी बना दिया है। जय आदिवासी संगठन (जयस) के पदाधिकारी उज्जैन जिला अध्यक्ष मुकेश मंडलोई, आदिवासी परिषद अध्यक्ष कमलेश सास्ता, शाजापुर जिला अध्यक्ष सुनील भिलाला, राजगढ़ जिला अध्यक्ष कैलाश भिलाला ने संयुक्त रूप से बताया कि आदिवासी महिला ममता खराड़ी और उनके परिवार को न्याय दिलाने के लिए मध्यप्रदेश के तमाम आदिवासी जिलों से 4 अक्टूबर को हजारों की संख्या में आदिवासी भाई-बहन उज्जैन पहुंचेंगे। इस आंदोलन की अगुवई जयस के राष्ट्रीय संरक्षक श्री हिरालाल जी अलावा, विधायक मनावर व इंद्रपाल जी मरकाम प्रदेश अध्यक्ष जयस,
श्री शिवभानुसिंह मंडलोई राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष, उज्जैन संभागीय अध्यक्ष राकेश खराड़ी जी, नरसिंगगढ़ जिला अध्यक्ष दुर्गाप्रसाद जी भिलाला, आगर जिला अध्यक्ष डा. रामेश्वर मंडलाई, उपाध्यक्ष ताराचंद भिलाला, धार जिला अध्यक्ष महेंद्र सिंह कन्नौज व विलेश खराड़ी जिला अध्यक्ष रतलाम, पियूष मोजले जिला अध्यक्ष खंडवा, कार्यकारणी सदस्य एड्वोकेट महेंद्र कनेश, गुना जिला अध्यक्ष रणविजय जी भिलाला, सीहोर जिला अध्यक्ष रवि जी सोलंकी, खंडवा जिला कार्यकारणी अध्यक्ष मालती भिलाला, अलीराजपुर एडवोकेट मोहन मोरी, नरसिंहगढ़ जिला संरक्षक मांगीलाल जी भिलाला, खिलचीपुर कार्यकारिणी अध्यक्ष धीरज जी भिलाला, करण सिंह जी भिलाला महामंत्री जिला राजगढ़, जयस के अन्य पदाधिकारी बबलू भिलाला, सोनू भिलाला, पत्रकार नलखेड़ा अर्जुन भिलाला आदि करेंगे। नृसिंह घाट के नजदीक भील ठाकुर समाज की धर्मशाला पर प्रदेश के सभी जिलो से आने वाले आदिवासियों का एकत्रीकरण होगा। यहां जयस पदाधिकारियों के उद्बोधन के बाद एकत्रित सभी लोग पैदल मार्च निकालते हुए पुलिस कंट्रोल रूप पर पहुंचेंगे और यहां एसपी सचिन शर्मा को संपूर्ण घटना की सच्चाई से अवगत कराते हुए उनके सामने प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग करेंगे।

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