7 विकास अधिकारियों को बीमा कमीशन राशि में गड़बड़ी करने का दोषी पाते हुए उन्हें चार-चार साल की सजा
विशेष न्यायालय द्वारा न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के 7 विकास अधिकारियों को बीमा कमीशन राशि में गड़बड़ी करने का दोषी पाते हुए उन्हें चार-चार साल की सजा से दंडित किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 26 साल पहले न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी ने सहकारी संस्थाओं के माध्यम से ?12 की प्रीमियम राशि पर 28000 रुपए की बीमा की योजना प्रारंभ की थी कंपनी द्वारा इस योजना में विकास अधिकारियों का सहयोग लिया गया था। न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी
के 7 विकास अधिकारियों ने बीम की राशि में अधिक कमीशन प्राप्त कर गड़बड़ी की थी इसकी शिकायत होने पर कंपनी द्वारा यह मामला विजिलेंस को सौप था। इस पर विजिलेंस ने जांच कर आगे की कार्यवाही के लिए पूरा मामला सीबीआई को जांच हेतु दिया था। सीबीआई ने जांच करने के बाद पूरा मामला विशेष न्यायालय को सौंप दिया।
विशेष न्यायालय द्वारा 7 विकास अधिकारियों को दोषी पाते हुए चार-चार साल की सजा से दंडित किया इन अधिकारियों में से
तीन विकास अधिकारी सेवानिवृत हो चुके हैं। एक अस्वस्थ है और तीन विकास अधिकारी अभी भी न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं विशेष न्यायालय द्वारा इन्हें जमानत एवं अन्य अदालत में अपील के लिए 20 दिन का समय दिया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विकास अधिकारियों में अरविंद जैन, संजय शर्मा, देवेंद्र नाटाणी, कीर्ति सोगानी, पंकज खंडेलवाल, गौतम जांभोलकर, और प्रदीप बांठिया ने कमिश्नर से अधिक राशि प्राप्त की थी।