1 अक्टूबर ‘अन्तर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस’
उज्जैन 30 सितम्बर। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.दीपक पिप्पल द्वारा
जानकारी देते हुये बताया गया कि प्रतिवर्ष अनुसार एक अक्टूबर को अन्तर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस
मनाया जाता है। यह दिवस हमारे समाज में बुजुर्गों के योगदान और उनकी बढती उम्र के मुद्दे व
चुनौतियों को ध्यान में रखकर जागरूकता फैलाने हेतु मनाया जाता है।
प्रायः किसी भी समय 50 प्रतिशत बुजुर्ग किसी न किसी रोग से ग्रसित होते हैं और सर्वे में
पाया गया है कि लगभग 75 प्रतिशत को दो या दो से अधिक बीमारी हो जाती है। वृद्धावस्था में
आर्थोराईटिस, हार्ट डिसिज (हृदय रोग), पार्किसन्स, अल्जाईमर्स, पालीमेलगिया, रियूमेट्सजम जैसी
बीमारियां देखी जाती हैं। यह सभी समस्या अक्सर बढती उम्र में आ जाती है। बुजुर्ग की कार्यक्षमता
में गिरावट आ जाती है, बेहरापन भी देखा जाता है। अलग-अलग बीमारियों में उनके निदान के लिये
अलग-अलग उपचार की आवश्यकता होती है।
उल्लेखनीय है कि वृद्धजनों की देख-रेख के लिये वर्ष 1999 में एन.टी.ओ.पी. माता-पिता के
कल्याण और वरिष्ठ नागरिक अधिनियम 2007 की धारा 20 में वरिष्ठ नागरिकों की चिकित्सा
देखभाल के लिये प्रावधान है।