आर.बी.एस.के.दल द्वारा देवांशी को चिन्हित कर करवाया उसके हृदय का निःशुल्क ऑपरेशन
उज्जैन 20 सितम्बर। उज्जैन जिले के ताजपुर निवासी श्री अंकित परमार व श्रीमती निकिता
परमार की बेटी देवांशी परमार (उम्र 5 वर्ष) जन्म से ही अक्सर बीमार रहती थी। वह अपनी उम्र के
बच्चो के साथ खेलते समय अक्सर थक-सी जाती थी। वह उसकी उम्र के सामान्य बच्चों की तरह
नहीं खेल पाती थी, जिस कारण उसका शारीरिक विकास भी नहीं हो रहा था। उज्जैन शहरी क्षेत्र की
आर.बी.एस.के. दल (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम मोबाईल टीम) द्वारा अपने भ्रमण के दौरान बच्चों
की स्क्रीनिंग की जा रही थी। इसी दौरान आर.बी.एस.के. चिकित्सक द्वारा देवांशी की भी जांच की तो
उनको पता लगा कि वह हृदय की बीमारी से ग्रसित है। चिकित्सक द्वारा देवांशी के माता-पिता को
बताया गया कि देवांशी हृदयरोग से ग्रसित है, जिस कारण यह अक्सर थक जाती है व कमजोर है।
इसी कारण से इसका विकास नहीं हो पा रहा है। यदि अभी कम उम्र में ही देवांशी के हृदय का
ऑपरेशन करवा लें तो उसे आगे जाकर सामान्य जीवन जीने में कोई परेशानी नहीं होगी। चिकित्सक
द्वारा बताया गया कि हृदय का ऑपरेशन हो जाने के बाद देवांशी पूरी तरह स्वस्थ्य हो जायेगी।
देवांशी को जिला स्तरीय शीघ्र हस्तक्षेप केन्द्र, (डी.ई.आई.सी.) जिला चिकित्सालय उज्जैन में ले जाकर
उसका उपचार करवा सकते हैं। जहां पर मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के अन्तर्गत देवांशी का निःशुल्क
आपरेशन हो जायेगा।