एक प्रोजेक्ट पिछड़ने पर ठेकेदार को हटाया, दूसरे को लेकर दरियादिली
उज्जैन में नियम, कायदे की एक अजीब स्थिति निर्मित हो गई है। यहां एक प्रोजेक्ट पिछड़ने पर ठेकेदार को तत्काल हटा देते हैं, जबकि दूसरे प्रोजेक्ट में दरियादिली दिखाते हैं। मामला, हाउसिंग प्रोजेक्ट बनाम सीवर लाइन प्रोजेक्ट से समझे तो पाएंगे कि उज्जैन नगर निगम ने हाउसिंग प्रोजेक्ट समय सीमा में न करने पर गुजरात की ओमनी कंस्ट्रक्शन कंपनी, ज्योति इन्फ्राटेक कंपनी का ठेका निरस्त कर दिया पर धीरे-धीरे सीवर लाइन बिछा रही टाटा प्रोजेक्ट कंपनी का ठेका निरस्त नहीं किया।वो कंपनी, जो साल का प्रोजेक्ट छह साल में भी पूरा नहीं कर पाई है। काम अब भी अधूरा है। सवाल उठना लाजिमी है कि टाटा पर मेहरबानी क्यों। कहा कि ‘ठेका देकर फंस गए हैं। मुझे भी टाटा का काम समझ नहीं आ रहा। कार्रवाई के लिए नगरीय प्रशासन एवं आवास विभाग के अफसरों को तलब किया है। सप्ताहभर में बैठक कर ठोस निर्णय लिया जाएगा।’