40 हजार रुपये में 99 फीसद अंक की फर्जी अंकसूची बनवाकर डाक विभाग में नौकरी की,सत्यापन में पकड़ाया
दसवीं कक्षा की फर्जी अंकसूची बनवाकर डाक विभाग में नौकरी करने वाले आरोपित को नरवर पुलिस ने बिहार से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित ने 40 हजार रुपये लेकर अंकसूची बनवाकर दी थी। उसने भी एक व्यक्ति का नाम पुलिस को बताया है। कोर्ट ने उसे शनिवार तक पुलिस रिमांड पर सौंपा है। वहीं मुख्य आरोपित शाखा डाकपाल का गुरुवार को रिमांड खत्म होने पर उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।बता दें कि डाक विभाग ने शाखा डाकपाल के पद पर नियुक्ति निकाली थी। आवेदन आनलाइन मंगवाए गए थे। 24 वर्षीय मुकेश कुमार पुत्र वकील यादव निवासी राजापुर का तोला एकाम, सारण, बिहार ने भी आवेदन किया था। मुकेश कुमार ने आंबेडकर इंटर कालेज मेरठ से दसवीं करना बताया था।मुकेश ने माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश की अंकसूची लगाई थी। इसमें उसके 99 फीसद अंक थे। इस आधार पर मुकेश का सात नवंबर 2022 को शाखा डाकपाल के पद पर चयन हो गया था। डाक विभाग ने उसकी नियुक्ति ग्राम कचनारिया में की थी।विभाग ने बीते दिनों मुकेश के दस्तावेजों का सत्यापन करवाया था। पता चला कि मुकेश की अंकसूची फर्जी है। इसके बाद आरोपित के खिलाफ नरवर पुलिस ने धारा 420, 467, 468, 471 के तहत केस दर्ज कर लिया था। कोर्ट ने आरोपित को सात दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा था।मुकेश ने पुलिस को बताया कि उसने 40 हजार रुपये देकर रामेश्वर पंडित निवासी ग्राम मीरहाता जिला सिवान बिहार से फर्जी अंकसूची बनवाई थी। इसके आधार पर पुलिस मुकेश को लेकर सिवान गई थी, जहां से रामेश्वर पंडित को गिरफ्तार कर लिया गया है।आरोपित ने पुलिस को बताया कि उसने भी किसी अन्य व्यक्ति को रुपये देकर मुकेश की अंकसूची बनवाई थी। पुलिस उसे भी तलाश रही है। पुलिस ने रामेश्वर को बुधवार को कोर्ट में पेश किया था, जहां से उसे शनिवार तक पुलिस रिमांड पर सौंपा है। इसके अलावा मुकेश का पुलिस रिमांड गुरुवार को खत्म होने पर उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।