20 दिन से बंद है उज्जैन कृषि उपज मंडी
उज्जैन मंडी में 20 दिनों से चल रही हड़ताल से किसान, व्यापारी श्रमिक सभी परेशान हैं। प्रदेश की हड़ताल का भी दसवां दिन है। व्यापारी की मांगाें काे लेकर अभी गतिरोध बनने से व्यापारी जहां खड़े थे अभी भी वहीं खड़े हैं। किसान अपनी उपज नहीं बेच पा रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी छोटे किसानों को आ रही है।
इधर मंडी के छोटे कारोबारी भी बगैर व्यापार के हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। 13 सितंबर से मंडियां शुरू होने वाली थी लेकिन देररात को खबर मिली कि मांगों को लेकर सहमति नहीं बनी और आश्वासन पर व्यापारी संघ नहीं मानें। इधर पता चला कि कुछ मंडियां शुरू हो गई लेकिन इन्हें अपवाद माना जा रहा है। मंडी बोर्ड से कृषि मंत्री तक अनाज तिलहन दलहन व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष गोपालदास अग्रवाल अपनी टीम के साथ व्यापारियों की लड़ाई के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इसमें उज्जैन के व्यापारी निमेष अग्रवाल भी अफसर और कृषि मंत्री को व्यापारियों की पीड़ा बता कर व्यापारी हक में राजधानी में ही डटे हुए हैंं।
इधर उज्जैन में व्यापारी संघ की बैठक की जा रही है, जिसमें व्यापारियों में एकता और संयम बना रहे और आंदोलन जल्द से जल्द सफल हो, इसके लिए मंडी दर मंडी व्यापारी स्थानीय स्तर पर बैठक कर विचार-विमर्श कर रहे हैं। संघ सचिव अनिल गर्ग रामजी वाला ने कहा हमारा संघर्ष व्यापारियों की समस्याओं को हल करने के लिए है और यह समस्या स्थायी रूप से हल हो जाए तो हमारा काम आगे से सुचारू हो जाएगा लेकिन सरकार इसमें बहुत विलंब कर रही है।