अब उज्जैन का विकास 15 किमी के दायरे में हो सकेगा,कहां बनेंगे रोड, ब्रिज, नए प्रोजेक्ट
अब उज्जैन का विकास 15 किमी के दायरे में हो सकेगा, जिसमें आवासीय के साथ में व्यवसायिक डेवलपमेंट होगा, जिससे लोगों को रहने के लिए मकान तो व्यापारी वर्ग को व्यापार-व्यवसाय करने का मौका मिलेगा। टीएंडसीपी ने नए प्रोजेक्ट के नक्शे लेना शुरू कर दिए हैं। इससे यह उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में लोगों को नई आवासीय सुविधाएं मिलने लगेगी।
उज्जैन के विकास प्लान में निवेश क्षेत्र 7863 से बढ़ाकर 8800 हेक्टेयर किया गया है, जिसमें शहर का दायरा करीब 15 किमी तक बढ़ाया गया है। इसमें इंदौर रोड, आगर रोड, मक्सी रोड व देवास रोड में डेवलपमेंट हो सकेगा। नए स्कूल-कॉलेज, आवासीय मल्टी व व्यावसायिक मल्टी आदि का निर्माण हो सकेगा। सरकारी के साथ में गैर सरकारी कार्य शुरू होंगे। सिंहस्थ-2028 में करीब 14 करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन को दृष्टिगत रखते हुए सिंहस्थ के स्थायी प्रवृत्ति के निर्माण कार्यों के प्रस्ताव बनाए जाएंगे और मंजूरी के बाद कार्य शुरू हो सकेंगे।
इसमें सड़कों का चौड़ीकरण, सिंगल लेन को टू-लेन तथा फोरलेन, 6 लेन का निर्माण तथा ओव्हर ब्रिज का निर्माण होगा। 26 मई को लागू मास्टर प्लान में उज्जैन कस्बा व सांवराखेड़ी को छोड़कर बाकी में प्लान लागू होने से अब तेजी से कार्य शुरू हो सकेंगे। महाकाल लोक के शुरू होने के बाद श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए महाकाल क्षेत्र की सड़कों को 24 मीटर तक चौड़ा किया जाएगा,जिस पर कार्य भी चल रहा है।
लोक निर्माण विभाग सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता आरके सांवला के मुताबिक सिंहस्थ 2016 से लेकर अब तक शहर में काफी डेवलपमेंट हुआ है। नए मास्टर प्लान से शहर का दायरा बढ़ेगा और विकास कार्य तेजी से हो सकेंगे। यह उज्जैन के लोगों के लिए शुभ संकेत ही हैं।
जानिए कहां क्या डेवलपमेंट होगा
- देवास रोड पर लालपुर में ट्रांसपोर्ट नगर बनाया जा सकेगा, जिससे शहर भर में फैला ट्रांसपोर्ट एक ही जगह पर स्थान पा सकेगा, जिसकी सीधी कनेक्टिविटी देवास रोड फोरलेन व गरोठ-उज्जैन के बीच बन रहे फोरलेन से रहेगी। इसके बनने से एक जगह ट्रांसपोर्टेशन के सभी कार्य हो सकेंगे।
- उज्जैन-गरोठ फोरलेन, देवास रोड फोरलेन व बड़नगर रोड को कनेक्ट करते हुए आगर रोड और फिर एक्सप्रेस वे की तर्ज पर बन रहे फोरलेन से कनेक्टिविटी होने तथा 40 किमी में आउटर रिंग रोड व हामूखेड़ी से तपोभूमि तक टू-लेन का निर्माण प्रस्तावित है। यह कार्य होने से शहर के आसपास में सर्कल फोरलेन बन सकेगा।
- आवासीय प्रोजेक्ट के साथ में व्यावसायिक प्रोजेक्ट आ सकेंगे। होटल, रेस्टोरेंट, ढाबे, पेट्रोल पम्प, स्कूल-कॉलेज व शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण हो सकेगा, इससे शहर का दायरा बढ़ेगा।
- सड़कों को करीब 24 मीटर तक चौड़ा किया जाएगा। पहली बार प्लान में 589 हेक्टेयर क्षेत्र को मिश्रित उपयोग का किया है, जिससे आवासीय के साथ में व्यापार-व्यवसाय बढ़ेगा।
- यूडीए व हाउसिंग बोर्ड तथा निजी तौर पर नई आवासीय व व्यावसायिक प्रोजेक्ट आ सकेंगे, जिसमें नई कॉलोनियों के अलावा शापिंग कॉम्प्लेक्स आदि का निर्माण होने से लोगों को मकान व दुकान आदि की सुविधा मिल सकेगी।
- सिद्धवट से अंगारेश्वर मंदिर तक पैदल पुल बनाया जाएगा, जिससे दोनों मंदिरों की कनेक्टिविटी हो सकेगी। दर्शनार्थी मंगलनाथ मंदिर में दर्शन करने के बाद सीधे पुल से अंगारेश्वर मंदिर जा सकेंगे। उन्हें घूमकर नहीं जाना पड़ेगा।
- अंडर ब्रिज या ओव्हर ब्रिज बनाया जा सकेगा। धतरावदा को जोड़ने के लिए भी ओव्हर ब्रिज का प्रस्ताव है, जिससे देवास रोड को जोड़ा जा सकेगा।