तीन साल बाद तय दर पर पंजीयन
टेंडर से मकान-प्लाॅट बेचने वाला उज्जैन विकास प्राधिकरण (यूडीए) अब ईडब्ल्यूएस श्रेणी के मकान तय दर पर बेचेगा। तीन साल पहले तक इसी प्रक्रिया के तहत मकान व प्लाॅट आदि का निर्धारित दर पर पंजीयन किया जाकर आवंटन किया जाता रहा, जिसके बाद ऑक्शन पद्धति शुरू कर दी गई। इसमें जो जितनी दरें ज्यादा डालेगा, उसे प्रॉपर्टी का आवंटन कर दिया जाता है।
इस प्रक्रिया को शुरू किए जाने से भू-माफियाओं व बिल्डर, दलाल आदि ज्यादा कीमत पर लगातार मकान व प्लाॅट आदि हथिया लेते हैं और बाद में मोटे मुनाफे में बेच देते हैं। किस मकान या प्लाॅट की कितनी कीमत डालनी है, यह भी यूडीए की संपदा शाखा के बाबू ही भू-माफियाओं को बताते हैं।
इसमें सीधे तौर पर यह केलकुलेशन लगाया जाता है कि प्रॉपर्टी की मार्केट वैल्यू कितनी है और दर कितनी डालना है, ताकि मुनाफा कमाया जा सके। यह पद्धति लागू किए जाने से विकास प्राधिकरण के मकान, प्लाॅट व दुकान अब आम आदमी के बजट से बाहर हो गए हैं। पूंजीपति ज्यादा दर डालकर प्रॉपर्टी का आवंटन करवा लेते हैं। इंदौर रोड पर कोर्ट के आदेश से यूडीए को मिली निजी कॉलोनी गुलमोहर ग्रीन में भी यही हुआ।
भू-स्वामी अधिकार में मिलेंगे मकान, एकमुश्त राशि देना होगी
तीन साल बाद यूडीए अपनी आवासीय योजना त्रिवेणी विहार में मकानों को भू-स्वामी अधिकार के अंतर्गत एकमुश्त के आधार पर मकान का आवंटन करेगा। इसमें लोगों को दरें नहीं डालना होगी। निर्धारित दर पर ही उन्हें मकान का आवंटन किया जाएगा। इसमें उन्हें पूरी राशि एक बार में ही जमा करना होगी। तय मूल्य पर लॉटरी के माध्यम से पंजीयन किया जाएगा। इसमें लोगों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। निर्धारित संख्या से ज्यादा आवेदन आने पर मकानों का पंजीयन लॉटरी के माध्यम से किया जाएगा। पंजीयन कंफर्म होने पर मकान का आवंटन कर दिया जाएगा।