मंच पर जटिया लेकिन होर्डिंग से नदारद, जन आशीर्वाद यात्रा उज्जैन जिले में
भाजपा ने अपना कैंपेन जनता के बीच शुरू कर दिया। निकास चौराहे से यात्रा ने शहर में शाम करीब साढ़े सात बजे प्रवेश किया और करीब दो घंटे में पांच किमी का सफर कर देवास रोड स्थित सभास्थल पर पहुंची। यहां 29 मिनट यात्रा के प्रमुख वक्ता और राष्ट्रीय नेता जयभानसिंह पवैया बोले। इसमें 16 बार मोदी तो सीएम शिवराज का नाम दो बार बोला।केंद्रीय नेतृत्व भले ही सत्यनारायण जटिया को केंद्रीय नेतृत्व में स्थान दे लेकिन क्या उन्हें उज्जैन के पोस्टर में दिखाने में कोई दिक्क्त है,ये सवाल सबसे बड़ा और सबसे अजीब है जी हां उज्जैन में जन आशीर्वाद में तमाम दिग्गज नेता पोस्टरों में नजर आये लेकिन जब सत्यनारायण जटिया जो केंद्रीय नेतृत्व समिति में सबसे बड़ा नाम है प्रदेश का वे नजर नहीं आये साथ ही मंच साझा की बात आई तो वहां भी वे बीच की जगह अलग बैठे नजर आये
25 मिनट का समय राम मंदिर के बनने के संघर्ष में कार्यकर्ताओं की भूमिका, कश्मीर से धारा 370 हटाने से लेकर मोदी के आने के बाद दुनिया में बढ़ती भारत की धाक को याद दिलाया। प्रदेश की योजनाओं को सिर्फ चार मिनट दिए। यानी तय है आने वाला विधानसभा चुनाव मोदी के चेहरे पर ही लड़ने की रणनीति पार्टी ने तय की है। लाडली बहना योजना पर पहुंचे बहनों के खाते में 1250 रुपए और जनता के खातों में पहुंच रही राशि के संबंध में भी कहा।
पहले जनता को उत्साह बताया... पवैया ने भाषण की शुरुआत यात्रा को मिल रहे समर्थन पर अपने अंदाज में कही। बोले- यहां की जनता का स्वागत करने का अपना स्टाइल है। उन्होंने फूलों की वर्षा नहीं की, फूल फेंक कर मारे। जिससे मेरी आंख में चोट लगी। अगर मोहनजी चश्मा नहीं लाते तो ग्वालियर एक आंख से ही जाता। उन्होंने कहा जनता का विश्वास ऐसे ही नहीं होता। हम जनता की कसौटी पर खरे उतरे हैं, तब उनका ऐसा प्रेम दिख रहा है। सर्वे कांग्रेस द्वारा मैनेज है। हम 150 सीटें जीत रहे हैं। शिवराजजी ने खाते में पैसे पहुंचाकर विश्वास जीता है।
अयोध्या संघर्ष और रामलला के विराजमान की तारीख बताई... पवैया अयोध्या और राम मंदिर पर करीब 12 मिनट बोले। उन्होंने कहा- उज्जैन का चप्पा-चप्पा घूमा हूं 90 से। जब यहां से कारसेवक जाते थे तो टावर चौक पर जगह नहीं होती थी। बाबर की जूती हमारी छाती पर रखी थी, दिल्ली में बैठे मोदी ने कलम की नोक से कांग्रेसियों द्वारा पैदा किए रोड़े को खत्म किया। वो चिड़ाते थे कि तारीख नहीं बताओगे। रामलला के गर्भगृह में प्रवेश की तारीख 24 जनवरी बता रहा हूं। आप सब टीवी पर देखना। उन्होंने धारा 370 हटाने और मोदी के सत्ता में आने पर संसद में प्रवेश को भारत का स्वाभिमान बताया।
दुनिया में बढ़ी भारत की धाक... मोदी को भाजपा का नेता के बजाय देश का प्रतीक बताया। पवैया बोले- दुनिया का दादा (अमेरिका) मोदीजी का ऑटोग्राफ लेता है। जिन्होंने 250 साल भारत पर राज किया, वह हिंदुस्तान को महाशक्ति करार दे रहे हैं। कई देश के प्रतिनिधि पैरों को छूकर सम्मान कर रहे हैं। पड़ोसी पाकिस्तान को कंगाल बनाने का श्रेय दिया और कहा कि अभी लोकसभा चुनाव में समय है। कुछ करिश्मा हो जाए तो कह नहीं सकते, क्योंकि मोदी है तो मुमकिन है। कोरोना में दूसरे देशों को वैक्सीन पहुंचाई।
कांग्रेस पर भी निशाना... हिंदुत्व के मुद्दे के साथ ही पवैया ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। बोले- छिंदवाड़ा में रामकथा हो रही है। यह संभव हुआ है कभी कि कांग्रेस कार्यालय में रामायण और गीता पढ़ी जा रही हो। वह हुआ है लेकिन एक नेता सनातन धर्म को कुचलने की बात कर रहे हैं। एक समूह में दो विचारधारा, यह समझना और समझाना होगा। राहुल पर कटाक्ष कसते हुए कहा जो रथ आगे बढ़ता ही जा रहा है, उसे राहुल रोकने की कोशिश कर रहे हैं।
यात्रा का 35 से अधिक स्थानों पर स्वागत निकास चौराहे से शुरू हुई यात्रा का 35 से अधिक स्थानों पर स्वागत हुआ। यात्रा शाम साढ़े सात बजे शुरू हुई और नई सड़क, दौलतगंज, मालीपुरा, चामुंडा चौराहा, फ्रीगंज ब्रिज होते हुए टावर, शहीद पार्क, दुर्गा प्लाजा से देवास रोड स्थित सभास्थल पहुंची। यहां स्वागत भाषण जिलाध्यक्ष विवेक जोशी ने दिया। मंचासीन नेताओं ने एक विशाल माला से राष्ट्रीय नेता पवैया व यात्रा प्रभारी बंशीलाल गुर्जर का स्वागत किया। इस मौके पर केंद्रीय संसदीय बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सत्यनारायण जटिया, सांसद अनिल फिरोजिया, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश सह कोषाध्यक्ष ने भी संबोधित किया। यात्रा में यात्रा सहसंयोजक तेजबहादुर सिंह चौहान, महापौर मुकेश टटवाल, कलावती यादव, सोनू गेहलोत, विशाल राजोरिया, भानू भदौरिया, सचिन सक्सेना, दिनेश जाटवा आदि मौजूद थे।