पटवारियों की हड़ताल का 11 वां दिन, निर्वाचन, नामांतरण व सर्वे का काम प्रभावित
मध्य प्रदेश पटवारी संघ के आह्वान पर जिले के पटवारी बीते 11 दिन से हड़ताल पर हैं। इससे सीएम हेल्पलाइन की शिकायतें, बंटवारा, नामांतरण, चुनानी कार्य, प्रोटोकॉल, किसान जिले भर के किसान कलेक्टर कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। पटवारियों का कहना है कि प्रदेश सरकार 2800 ग्रेड पे वेतन की हमारी 25 साल पुरानी मांग को जब तक पूरा नहीं करती आंदोलन जारी रहेगा।संघ के जिला मीडिया प्रभारी पटवारी भगवती प्रसाद शर्मा ने बताया प्रदेश के 19 हजार पटवारियों के साथ जिले के समस्त पटवारी जिला अध्यक्ष भगवानसिंह यादव व तहसील अध्यक्ष सरदार परमार के नेतृत्व में आंदोलन कर रहे हैं। अनिश्चित कालिन हड़ताल का गुरुवार को 11 वां दिन था। सरकार हर वर्ग की मांग मंजूर कर रही है, लेकिन पटवारियों की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। 2800 ग्रेड पे वेतन की हमारी मांग 25 साल पुरानी
अपनी मांग को मनवाने के लिए पटवारी सदबुद्धि यज्ञ, तिरंगा यात्रा सहित अनेक तरह के प्रयास कर चुके हैं। माननीय उच्च न्यायालय द्वारा इस संबंध में शासन को निर्देशित किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान स्वयं सनावद के सम्मेलन में पटवारियों की मांग को न्यायोचित बता चुके हैं।
लेकिन इसका निराकरण नहीं कर रहे हैं। जब तक पटवारियों की यह मांग नहीं मानी जाती, हड़ताल जारी रहेगी। गुरुवार को धरना स्थल पर वीरेश उपाध्याय, कैलाश राजपूत, सुनील गंगवाल, आशीष कुमावत, दीपेश अग्निहोत्री, रामपाल सिसौदिया, मोनिका, राहुल आंजना, मुकेश राजवानी, मोहन मालवीय सहित अन्य पटवारी मौजूद थे।