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प्रांत स्तरीय जिला केंद्र टोली बैठक सम्राट विक्रमादित्य भवन, उज्जैन


उज्जैन- दिनांक 3 सितंबर को विद्या भारती की केंद्रीय योजना अनुसार विद्या भारती के अखिल भारतीय मंत्री माननीय किशनवीर सिंह जी ने मालवा प्रांत के सभी जिला के दो की जिला केंद्र टोली के साथ संवाद किया। इस क्रम  में विद्या भारती मालवा के प्रांतीय संगठन मंत्री माननीय अखिलेश जी मिश्रा, सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान के अध्यक्ष माननीय डाॅ. कमल किशोर जी चितलांग्या, ग्राम भारती शिक्षा समिति के प्रांतीय सचिव आदरणीय सौभाग्य सिंह जी ठाकुर सहित प्रांतीय समिति के पदाधिकारी, पूर्णकालिक कार्यकर्ता, जिला केन्द्रों के प्राचार्य, सचिव, जिला प्रमुख, जिला सचिव, जिला प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहे।
प्रथम सत्र में सभी जिला केन्द्रों के प्राचार्य ने अपने जिला केंद्र के विद्यालय का पीपीटी के माध्यम से प्रदर्शन किया। इसमें प्रभावी शिशु वाटिका की 12 शैक्षिक व्यवस्थाएं, छात्र संख्या, परीक्षा परिणाम, मानक परिषद अवलोकन, विद्यालय गतिविधियां, विशेष उपलब्धियां, संस्कार केंद्र संचालन आदि का प्रभावी प्रस्तुतीकरण किया। साथ विजन 2025 को दृष्टिगत रखते हुए आगामी योजनाओं को भी लक्षित किया गया।

आगामी सत्र में मान्यवर किशनवीर सिंह जी ने केंद्रीय योजना के इंडिकेटर के आधार पर मालवा प्रांत के जिला केंद्र के विद्यालयों को उत्कृष्ट बताया। 
आपने अपने उद्बोधन में निम्नांकित उल्लेखनीय बातें कहीं -
# विद्यालय का आगामी रोड मैप बने 
# सदैव पूर्णता के लिए प्रयास हो 
# अपूर्णता भी एक शिक्षा है 
# हमारा विद्यालय वेल डिफाइन और वेल डिजाइन हो 
# विद्यालय को विद्यालय से प्रभावी विद्यालय बनाना
# विद्यालय के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियों का लक्ष्य लेना
# हमारा विद्यालय केवल जिला स्तर पर ही नहीं अपितु प्रांत एवं राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट बने 
# विद्यालय सेंटर आफ एक्सीलेंस बने 
# हमारे आचार्य रिसोर्स पर्सन एवं मास्टर ट्रेनर बने
# सम्राट विक्रमादित्य भवन निर्माण को आपने विद्या भारती के लिए माइलस्टोन बताया 
# प्रभावी विद्यालय के लिए NEP के अनुसार पांच बातें जिनमे
1 एक्सपेरिमेंटल लर्निंग
2 एक्सपीरियंशियल लर्निंग
3 आर्ट इंटीग्रेशन 
4 आर्ट ऑफ इंटीग्रेशन
5 फिजिकल एक्टिविटी और म्यूजिक

# सुधार के लिए जागरूकता 
# पॉजिटिव थिंकिंग
# ब्रह्मनाद के छोटे प्रयोग
# योग 
# पंचपदी / पंचकोशीय विकास 
# तत्काल सुख देने वाले कार्यों को रोकना एवं तत्काल कष्ट देने वाले कार्यों को पहले करना
# भोजन के समय Horried ness और Worried ness नहीं होना
# खेल के माध्यम से सहायता करना सीखना
# तन और मन की थकान दूर करने के प्रयोग
# रामचरितमानस में NEP की झलक 
आदि बिंदुओं पर प्रभावी मार्गदर्शन किया।

अंत में विद्या भारती मालवा के प्रांतीय संगठन मंत्री माननीय अखिलेश जी मिश्रा ने परंपरागत ज्ञान को वर्तमान एवं आधुनिक ज्ञान से जोड़ने की बात कहते हुए जीवन मूल्यों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की बात कही। आपने जिला केंद्र के सशक्तिकरण की अवधारणा को स्पष्ट करते हुए बताया की जिला केंद्र का विद्यालय एक आदर्श विद्यालय होना चाहिए जहां विद्या भारती की संकल्पना सरकार होती दिखे। इसके लिए जिला केंद्र की टोली को नियमित संपर्क में रहने का सुझाव भी आपने दिया। आपने प्रबंधन, इंफ्रास्ट्रक्चर और शैक्षिक गुणवत्ता पर फोकस करते हुए इससे समझौता न करने की बात कही, साथ ही आपने शैक्षिक परिदृश्य पर नियमित चिंतन करने का भी आग्रह किया। आपने 2025 के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए वर्तमान सत्र 2023-24 को क्रियान्वयन वर्ष बताते हुए अत्यधिक परिश्रम की आवश्यकता पर बल दिया, जिससे संघ स्थापना का शताब्दी वर्ष फल - श्रुति वर्ष बन सके।

संचालन प्रांत प्रमुख श्री पंकज जी पवार अतिथि परिचय सह प्रांत प्रमुख श्री सुंदरलाल जी शर्मा एवं आभार प्रदर्शन श्री सौभाग्य सिंह जी ठाकुर द्वारा किया गया।

कल्याण मंत्र के साथ बैठक संपन्न हुई।

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