ज्ञान की बात होगी तब उज्जयिनी के गुरू सान्दीपनि आश्रम की याद आयेगी -उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव ज्ञान जीवनभर लेना चाहिये -सांसद श्री फिरोजिया हमारे जीवन में उजाला देती है अच्छी पुस्तकें -श्री मराठे सात दिवसीय पुस्तक मेले का उद्घाटन सम्पन्न
उज्जैन एक सितम्बर। शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के राष्ट्रीय पुस्तक न्यास एवं जिला
प्रशासन उज्जैन के सहयोग से दशहरा मैदान में सात दिवसीय राष्ट्रीय पुस्तक मेले का उद्घाटन उच्च
शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव, सांसद श्री अनिल फिरोजिया, राष्ट्रीय पुस्तक मेला न्यास के अध्यक्ष श्री
मिलिन्द सुधाकर मराठे, विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति श्री अखिलेश कुमार पाण्डेय, मप्र हिन्दी
ग्रंथ अकादमी के निदेशक श्री अशोक कड़ेल, नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव की
उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि ज्ञान की
बात होगी तब उज्जयिनी के गुरू सान्दीपनि आश्रम की याद आयेगी। उन्होंने कहा कि उज्जैन की
पहचान भगवान महाकाल, मोक्षदायिनी शिप्रा से है, परन्तु ज्ञान, विज्ञान, पुरुषार्थ, संस्कृति की
शिक्षास्थली श्री गुरू सान्दीपनि आश्रम में भगवान श्रीकृष्ण, भाई बलराम एवं सखा सुदामा के साथ
शिक्षा ग्रहण से भी उज्जयिनी पहचानी जाती है।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि जब भी ज्ञान की बात आयेगी, तब उज्जयिनी के
गुरु सान्दीपनि आश्रम की याद आयेगी। ज्ञान के बल पर ही आज हमारा देश चांद पर पहुंचा है और
सफलता का झंडा लहराया है। हमारे देश के वैज्ञानिकों के इस सफल प्रयोग से हमारी पहचान विश्व में
बनी है। हमारा देश प्रगति की ओर अग्रसर है और कुछ समय के बाद बहुत कुछ वैज्ञानिक दृष्टिकोण
से ऊंचाई पर पहुंचने का कार्य करेगा। प्रकृति में कई रहस्य छुपे हैं। अच्छी पुस्तकें पढ़ने से हमारा
जीवन सफल होता है। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव ने राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के अध्यक्ष से अनुरोध
किया कि उक्त पुस्तक मेला प्रतिवर्ष लगाया जाये।