राजनेता की फोटो लगे मुस्लिम समाज के पवित्र के ग्रंथ को बांटने से विवाद
उज्जैन । कांग्रेस नेता विक्की यादव की फोटो लगा मुस्लिम समाज का पवित्र ग्रंथ बांटने को लेकर विवाद खड़ा हो गया। तोपखाना व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष सैयद फारूक ने महाकाल थाने में इस मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग करते हुए ज्ञापन दिया है। सैयद फारूक का कहना है कि 1478 साल पुराने ग्रंथ की आयतें लिखा ग्रंथ बांटने से समाज में आक्रोश फैल गया था। पुलिस प्रशासन के आश्वासन के बाद कार्रवाई के लिए आवेदन दिया गया। सैय्यद फारूख का दावा है कि इस घटना की जानकारी उन्हें मिली तो उन्होंने विक्की यादव को ग्रंथ बांटने रोकने के लिए कहा था। उस पर विक्की यादव ने कहा था कि उन्हें नहीं पता कि ग्रंथ पर उनकी फोटो किसने छपाई है तब उन्होंने कहा कि बांट तो आप रहे इसे रोक दें ।क्योंकि समाज नाराज हो रहा है तब उन्होंने ग्रंथ को बांटना रोका। सैयद फारुख का साफ कहना है कि धार्मिक मामले में जिसने भी मुस्लिम समाज के पवित्र ग्रंथ का इस्तेमाल करने का प्रयास किया उसके खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।किसी को भी बक्शा नहीं जाएगा। हम पुलिस का 2 दिन इंतजार कर रहे हैं पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने का आश्वासन दिया है। उधर कांग्रेस नेता विक्की यादव का कहना है कि उनका फोटो लगा हुआ मुस्लिम समाज का ग्रंथ किसी व्यक्ति ने बांटा है वह इसकी निंदा करते हैं। उन्होंने निंदा करने वाला वीडियो भी जारी किया है। घटना बुधवार दोपहर 3 बजे की बताई जा रही। वहीं इस मामले में शहर कांग्रेस के उपाध्यक्ष गुलरेज खान का कहना है कि विक्की यादव समाज के लोगों को गिफ्ट बांट रहे थे उस पैकेट में किसी ने मुस्लिम समाज के पवित्र ग्रंथ की प्रतियां रख दी थी। इस ग्रंथ के पीछे विक्की यादव का फोटो लगा था। जब वह पहुंचे तो उन्होंने गिफ्ट में से पवित्र ग्रंथ की प्रतियों को निकलवाया। वे देरी से पहुंचे थे इसलिए करीब दो ढाई सौ गिफ्ट बंट चुके थे उसमें वह प्रतियां भी जा चुकी थी गिफ्ट में किसने प्रति रखी इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। मामले में एडिशनल एसपी जयंत सिंह सिंह राठौड़ का कहना है कि मुस्लिम समाज का ज्ञापन महाकाल थाने को मिला है ज्ञापन के आधार पर जांच की जा रही है जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।