जिला अस्पताल में मेडिकल करवाने के लिए प्राथमिक शिक्षक वर्ग-3 की लंबी कतार
प्राथमिक शिक्षक वर्ग-3 शिक्षा कर्मियों की नियुक्ति होने के बाद मेडिकल हेल्थ चेकअप करवाने और उसकी रिपोर्ट के लिए वे बड़ी संख्या में जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। ऐसे में दो स्तर पर मेडिकल करवाने वालों की भीड़ लग रही है, एक शिक्षा कर्मी तो दूसरे आम मरीज या अवकाश आदि पर जाने वालों की। इसे देखते हुए अब अस्पताल प्रशासन ने नई व्यवस्था लागू करते हुए 50-50 शिक्षा कर्मियों को टुकडों में बांटा है ताकि तय दिन आकर वे मेडिकल करवा सकें, जिसमें हर दिन करीब 50 लोगों के मेडिकल किए जाएंगे।
जिले में करीब 361 की शिक्षा कर्मियों की नियुक्ति हुई है, जो कि मेडिकल करवाने के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं और इस बीच में आम लोग भी अपना मेडिकल करवाने के लिए आ रहे हैं। इससे अस्पताल में मेडिकल करवाने वालों की भीड़ बढ़ गई है। एनक्यूएएस के दल के आगमन को देखते हुए डॉक्टर्स व स्टॉफ को भी अपना मेडिकल करवाना है। अस्पताल में वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने से उन लोगों को परेशानी हो रही है, जिन्हें नौकरी या अवकाश तथा अन्य कार्यों के चलते अनिवार्य रूप से मेडिकल करवाना है। उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।
अस्पताल पहुंचे मरीजों का कहना है कि मेडिकल करवाने वालों की भीड़ लग रही है लेकिन अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। इससे आम मरीजों को परेशानी झेलने को मजबूर होना पड़ रहा है। दूसरी तरफ अस्पताल प्रशासन का कहना है कि एक साथ में शिक्षा कर्मियों के आने के बाद व्यवस्था करते हुए 50-50 के टुकड़ों में बांटा है। निर्धारित दिन उनके मेडिकल हो सकेंगे। आम मरीजों के भी नियमित रूप से मेडिकल हो रहे हैं।
मेडिकल के लिए करवा रहे फोन :
अस्पताल में मेडिकल करवाने के लिए आने वाले लोग नेताओं और प्रभावशाली लोगों के फोन लगवा रहे हैं ताकि भीड़ के बीच में उनका नंबर आ जाए। इस तरह के हालात उस समय बनते रहे हैं, जब नई नियुक्ति या भर्ती आदि में परीक्षा में बैठने के लिए अभ्यर्थी मेडिकल करवाने के लिए एक साथ में पहुंचते हैं।