तीन हजार स्वच्छता सेवक हैं उज्जैन की सड़कों पर हमने किसी भी स्तर पर कोई कमी नहीं छोड़ी: आयुक्त
उज्जैन: नगर निगम अपने तीन हजार से अधिक स्वच्छता सेवकों के साथ शहर की सड़कों पर प्रयासरत है। उज्जैन निश्चित ही जनसहयोग से नम्बर वन का ताज पहनेगा।
यह विश्वास जताया है आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह ने। आयुक्त ने कहा कि नगर निगम के स्वच्छता अमले के साथ ही समस्त विभागों के जिम्मेदार अधिकारी, कर्मचारी शहर की सफाई और स्वच्छता के लिये निरन्तर प्रयासरत हैं।
सफाई व्यवस्था वार्डवार निर्धारित माइक्रों प्लान अनुसार संचालित की जा रही है। तीन हजार से अधिक स्वच्छता सेवक निगम के इस स्वच्छता मिश्ंान में अपनी भूमिका निभा रहे हैं, जिनमें 422 स्थाई सफाई श्रमिक, 275 विनियमित सफाई कर्मी, 1420 अस्थाई सफाई श्रमिक, 74 अस्थाई, 622 आउटसोर्स एजेंसी के श्रमिक सम्मिलित है। इनके साथ ही समस्त 54 वार्डो में वार्ड नोडल, यंत्रीगण, झोनल अधिकारीगण और विभिन्न विभागों के प्रभारी अधिकारी स्वच्छता मिशन को प्राथामिकता में रखकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
शहर में पॉलिथिन के विरूद्ध व्यापक कार्यवाही करते हुए बड़े पैमाने पर अमानक स्तर की पॉलिथिन जप्त की गई है। शहर में बड़े पैमाने पर नाले-नालियों की सफाई की जाकर नालों पर जालिया लगाई गई हैं, सड़कों एवं गलियों में रात-दिन सफाई करवाई जा रही है, कचरा कलेक्शन वाहन घर-घर पहुंचकर कचरा एकत्रित कर रहे हैं, घरों में और दुकानों पर अनिवार्यता गीले और सूखे कचरे के लिए दो डस्टबिन रखवाए गए है।
जनसहयोग मिल रहा है
निगम आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह ने कहा है कि शहर के नगारिक भी पूर्व की अपेक्षा अधिक जागरूक हुए है और निगम को नागरिकों का यथोचित सहयोग मिल रहा है। आशा है कि नगर के नगारिक पूरी तरह सकारात्मक रहते हूए अपनी सहयोगात्मक भूमिका निभाते रहेंगे और इसके फलस्वरूप उज्जैन नम्बर वन पर पहुंच सकेगा।
उल्लेखनीय होगा कि निगम आयुक्त द्वारा नियमित रूप से शहर के विभिन्न क्षैत्रों का भ्रमण कर सफाई व्यवस्था का प्रत्यक्ष रूप से जायजा लिया जा रहा है। सफाई अमले से सम्बद्ध अधिकारीयों और कर्मचारियों के साथ ही आप शहर के नागरिकों से भी चर्चा करते हुए सफाई एवं स्वच्छता के प्रति जागरूकता में वृद्धि के निरंतर प्रयास कर रहे हैं।
यह विश्वास जताया है आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह ने। आयुक्त ने कहा कि नगर निगम के स्वच्छता अमले के साथ ही समस्त विभागों के जिम्मेदार अधिकारी, कर्मचारी शहर की सफाई और स्वच्छता के लिये निरन्तर प्रयासरत हैं।
सफाई व्यवस्था वार्डवार निर्धारित माइक्रों प्लान अनुसार संचालित की जा रही है। तीन हजार से अधिक स्वच्छता सेवक निगम के इस स्वच्छता मिश्ंान में अपनी भूमिका निभा रहे हैं, जिनमें 422 स्थाई सफाई श्रमिक, 275 विनियमित सफाई कर्मी, 1420 अस्थाई सफाई श्रमिक, 74 अस्थाई, 622 आउटसोर्स एजेंसी के श्रमिक सम्मिलित है। इनके साथ ही समस्त 54 वार्डो में वार्ड नोडल, यंत्रीगण, झोनल अधिकारीगण और विभिन्न विभागों के प्रभारी अधिकारी स्वच्छता मिशन को प्राथामिकता में रखकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
शहर में पॉलिथिन के विरूद्ध व्यापक कार्यवाही करते हुए बड़े पैमाने पर अमानक स्तर की पॉलिथिन जप्त की गई है। शहर में बड़े पैमाने पर नाले-नालियों की सफाई की जाकर नालों पर जालिया लगाई गई हैं, सड़कों एवं गलियों में रात-दिन सफाई करवाई जा रही है, कचरा कलेक्शन वाहन घर-घर पहुंचकर कचरा एकत्रित कर रहे हैं, घरों में और दुकानों पर अनिवार्यता गीले और सूखे कचरे के लिए दो डस्टबिन रखवाए गए है।
जनसहयोग मिल रहा है
निगम आयुक्त श्री रौशन कुमार सिंह ने कहा है कि शहर के नगारिक भी पूर्व की अपेक्षा अधिक जागरूक हुए है और निगम को नागरिकों का यथोचित सहयोग मिल रहा है। आशा है कि नगर के नगारिक पूरी तरह सकारात्मक रहते हूए अपनी सहयोगात्मक भूमिका निभाते रहेंगे और इसके फलस्वरूप उज्जैन नम्बर वन पर पहुंच सकेगा।
उल्लेखनीय होगा कि निगम आयुक्त द्वारा नियमित रूप से शहर के विभिन्न क्षैत्रों का भ्रमण कर सफाई व्यवस्था का प्रत्यक्ष रूप से जायजा लिया जा रहा है। सफाई अमले से सम्बद्ध अधिकारीयों और कर्मचारियों के साथ ही आप शहर के नागरिकों से भी चर्चा करते हुए सफाई एवं स्वच्छता के प्रति जागरूकता में वृद्धि के निरंतर प्रयास कर रहे हैं।