श्रीराधा पाल ने दो विद्यालयों में ओडिसी नृत्य प्रस्तुत करने के साथ मुद्राएं सीखाई
उज्जैन। स्पीक मैके एवं आईओसीएल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित साप्ताहिक नृत्य कार्यशाला प्रदर्शन के दूसरे दिन बुधवार को कोलकाता की सुश्री श्रीराधा पाल ने शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नरवर और शासकीय माध्यमिक विद्यालय पालखंदा देवास रोड पर प्रस्तुतियां दी।
श्रीराधा ने 25 वर्षों के अनुभव और ज्ञान को छात्रों के साथ साझा कर बताया कि नृत्य एक सार्वभौमिक भाषा है। यह संस्कृत या हिंदी जैसी किसी भी भाषा की तरह व्याकरण पर आधारित है। उन्होंने छात्रों को चौक और त्रिभंगी मुद्रा भी सिखाई व दरपना, अलस्या कन्या जैसी मूर्तिकला मुद्राएं बनाई। गुरु केलुचरण महापात्र द्वारा राग मलिका और ताल मलिका पर नृत्य संयोजित रावण द्वारा लिखित शिव तांडव स्तोत्र पर प्रदर्शन किया। छात्रों के साथ संवाद सत्र भी हुआ। छात्रों ने मुद्राओं के साथ गंगा पर एक छोटा श्लोक भी सीखा। विद्यालय प्राचार्या चंद्रा नहाटे एवं अनिता मकवाना ने कलाकार का सम्मान किया। स्पिक मैके के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने बताया गुरुवार को श्रीराधा की पहली प्रस्तुति सुबह 10:45 बजे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ग्राम ताजपुर, दूसरी प्रस्तुति दोपहर 12:15 बजे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय विजयगंज मंडी मक्सी रोड पर होंगी।