रक्षाबंधन का पर्व भद्रा के प्रभाव के कारण रात्रि में मनाया जायेंगा, रक्षाबंधन के दिन बहनें, भाइयों की कलाई पर रात्रि 09ः15 बजे के बाद राखी बांध सकेंगी
उज्जैन- 30 अगस्त को रक्षाबंधन का पर्व हैं। रक्षाबंधन का पर्व भद्रा के प्रभाव के कारण रात्रि में मनाया जायेंगा। रक्षाबंधन के दिन बहनें, भाइयों की कलाई पर रात 09ः15 बजे के बाद राखी बांध सकेंगी। शास्त्रों की मान्यता अनुसार, धार्मिक ग्रंथों में भद्रा के संबंध में विचार प्रकट किया गया हैं। जब भद्रा का वास पृथ्वीलोक या भूलोक पर हो, तब उस भद्रा का त्याग कर देना चाहिए व भद्रा की समाप्ति की प्रतीक्षा करनी चाहिए उसके बाद ही रक्षा बंधन का पर्व मनाना चाहिए। भद्रा की समाप्ति के बाद ही रक्षाबंधन का मुहूर्त हैं। शास्त्रों के अनुसार भद्रा की समाप्ति के बाद रक्षाबंधन मनाया जाना चाहिए।