समरसता के साथ स्वच्छता का भी संदेश दे रही है स्नेह यात्रा
उज्जैन 22 अगस्त। प्रदेश के सभी जिलों में पूज्य संतों के सान्निध्य में स्नेह यात्रा
समरसता के साथ-साथ अब स्वच्छता का भी संदेश दे रही है। यात्रा के आगमन से पहले ही गाँव-
गाँव में मुनादी हो जाती है। उत्सुकता से लोग स्नेह यात्रा दल की प्रतीक्षा करते हैं। यात्रा के आने
से पहले बस्ती को खूब साफ-सुथरा कर लिया जाता है। देवास में 62 वर्षीय यशोदा अपने ओटले को
साफ करते हुए गा रही हैं मैंने आँगन नहीं बुहारा तो कैसे आएंगे भगवान। भक्तिमति माता शबरी के
ये शब्द प्रभु राम और माता शबरी के मिलन की भी याद कराते हैं। एक अन्य महिला यशोदा भी
भाव-विभोर होकर कहती हैं हमारी बस्ती में संतजन का आना शबरी के आँगन में प्रभु राम के आने
जैसा है। वही खुशी, वही आनंद, वही आत्मीयता और वही उल्लास, हम महसूस कर रहे हैं जैसा
माता शबरी के आश्रम में महसूस किया गया होगा।