बच्चे बोले- पापा ने 3 दिन पहले तलवार में की थी धार, मां के पूछने पर कहा- आगे काम आएगी
बालोदा आसीर में हुए हत्याकांड में जिंदा बचे दोनों बच्चे काफी सहमे हुए हैं। दोनों को रविवार देर शाम तक यह नहीं बताया था कि उनके पिता, मां, भाई, बहन अब इस दुनिया में नहीं हैं। जिला अस्पताल में भर्ती बड़ी बेटी बुलबुल ने बताया कि तीन दिन पहले ही उसके पिता दिलीप ने तलवार में धार की थी। मां के पूछने पर कहा था कि कि काम आएगी।
बुलबुल के अनुसार शनिवार रात करीब 9 बजे सभी भाई-बहन घर के आगे वाले कमरे में सो गए थे। एक बजे मां के चिल्लाने की आवाज सुनकर नींद खुली थी। घर में तेज आवाज में टीवी भी चल रहा था और पापा एक श्वान को मार रहे थे। मम्मी ने रोका तो पापा ने तलवार उठा ली और मम्मी को पीछे कमरे में ले गए। आवाज सुनकर भाई योगेंद्र और बहन नेहा भी अंदर गए। पापा ने तीनों को तलवार मार दी थी।
बुलबुल ने बताया कि उसके पिता काफी गुस्से में बाहर के कमरे में आए। फिर हम लोगों पर हमला कर दिया। मेरे सिर में पीछे चोट लग गई और छोटे भाई के गले में लग गई थी। हम दोनों घबरा गए और सीढ़ियां चढ़कर छत पर चले गए, फिर दरवाजे की कुंडी लगा दी। पापा की चिल्लाने की आवाज आ रही थी। हम दोनों घबरा रहे थे। छोटे भाई अभेंद्र के गले से खून बह रहा था।बुलबुल ने बताया कि तीन घंटे तक छत पर छुपे रहे और फिर जब पापा की आवाज बंद हो गई, तो मैं और अभेंद्र छत पर रस्सी बांधकर नीचे उतरे। बुलबुल के हाथ से रस्सी छूट गई। वह नीचे गिर गई और उसके दांत टूट गए। दोनों भाई-बहन तड़के करीब चार बजे गांव में चौकीदार पन्नालाल के घर पहुंचे थे। उसके घर का दरवाजा बजाकर उसे उठाया। उसे बताया कि पापा ने मम्मी और हम सब भाई-बहन को तलवार मार दी थी। उसके बाद पन्नालाल उन्हें थाने ले गया और पुलिस को शिकायत की।