हैदर ने श्रद्धालु से मारपीट कर शहर का नाम बदनाम किया तो मोहम्मद ने लाखो रुपये लोटा कर उज्जैन का नाम रोशन किया दोनों ही ऑटो चालक है
उज्जैन। दस्तक न्यूज़ में आपको ऐसे दो व्यक्तियों के बारे में बताते है की जिसमे एक हैदर नाम औटोरिक्शा चालक ने उज्जैन आये श्रद्धालुओ के साथ मारपीट कर उज्जैन का नाम ख़राब कर दिया था लेकिन आज हम आपको इसके उलटे मोहमद की ईमानदारी की खबर बताते है जिसने उज्जैन का नाम रोशन किया है पूरा मामला इस प्रकार है उज्जैन में बुधवार को एक ऑटो रिक्शा चालक ने ईमानदारी दिखाते हुए दो लाख रुपए से भरा बैग बाहर से आए यात्रियों को लौटा दिया। इस बात की जानकारी लगने पर क्षेत्र के लोगों ने ऑटो रिक्शा चालक की प्रशंसा की। कंजरगुवाडी भैरवगढ़ निवासी मोहम्मद अफजल ऑटो रिक्शा चलाता है। बुधवार को बड़नगर रोड स्थित निर्मल अखाड़ा के सामने से राजस्थान से आए 2 लोग ऑटो रिक्शा में बैठे। इसके बाद दोनों गोपाल मंदिर के समीप गली में उतर कर चले गए लेकिन अपना बैग ऑटो रिक्शा में भूल से छोड़ गए। इसके बाद जब मोहम्मद अफजल ऑटो रिक्शा लेकर अपने घर पहुंचा तो उसने ऑटो रिक्शा में बैग रखे हुए देखा। इसके बाद उसने बैग खोल कर देखा तो उसमें ढेर सारे रुपए और रशीद कट्टा आदि रखे हुए थे। रशीद कट्टे में लिखे नंबर के आधार पर मोहम्मद अफजल ने फोन लगाया तो राजस्थान से आए यात्रियों से बात हुई और उसके बाद दोनों यात्री भैरवगढ़ पहुंचे। जहां पर मोहम्मद अफजल ने बैग दोनों यात्रियों को सौंप दिया। दोनों ने मोहम्मद अफजल की प्रशंसा की दोनों ने ऑटो रिक्शा चालक को इनाम स्वरूप रुपए देना चाहे लेकिन ऑटो रिक्शा चालक ने रूपए लेने से मना कर दिया।
कुछ दिन पहले मंगलवार को शुभम और कमल निजामुद्दीन ट्रेन से उज्जैन पहुंचे। यहां से ई रिक्शा पकड़कर महाकाल मंदिर के लिए निकले। महाकाल घाटी पर ऑटो चालाक हैदर ने ई रिक्शा को टक्कर मार दी। इस बात को लेकर जब ई रिक्शा चालक आनंद वैश्य ने ऑटो चालक को समझाया तो दोनों के बीच का विवाद मारपीट में तब्दील हो गया। ई- रिक्शा के चालक के साथ हो रही मारपीट को लेकर बचाने आए श्रद्धालु कमल और शुभम ने बीच बचाव करने की कोशिश की। आरोपी हैदर ने अपने कुछ साथियों के लेकर दोनों श्रद्धालु के साथ मारपीट शुरू कर दी।पूरा मामला थाने पंहुचा था